मंगलवार, सितंबर 30, 2008

२ अक्टूबर का सच (वर्तमान समय में )

हेलो बापू

कैसे है आप ? आप की कृपा से हम लोग तो बहुत मौज से है । आपका जन्मदिन आ ही गया समझो ,परसों है । बहुत बिजी हूँ आपके जन्मदिन पर होने वाली छुट्टी को कैसे सेलिव्रेट करू यह सोअच कर । आपके जन्मदिन पर होने वाली पूरी छुट्टी यह बताती है की आपने जरुर कुछ अच्छे से काम किये होंगे । काश ऐसे आप जैसे ४ या ५ लोग और हो जाते तो छुट्टी और मिलती ।

बापू एक बात समझ में नहीं आती उस दिन ड्राई डे क्यों होता है ,बहुत परेशानी होती है । पहले से ही इंतजाम करना पड़ता है पिछले साल बहुत परेशानी हुई थी ।

यह है मन की बात जो अधिकांश लोगो के मन में उमड़ रही होगी । यह सच है की अगर सार्वजानिक अवकाश न हो तो २ अक्टूबर का इंतजार कोई न करे । आखिर अभी कल या परसों हम लोग शहीद भगत सिंह का जन्मदिन याद नहीं रहा क्यिंकि उस दिन छुट्टी नहीं होती।

यह सच है नंगा सच और सच के सिवा कुछ नहीं । हम भूल चुके है बापू को .लाल बहादुर शास्त्री को , और इसके जिम्मेदार हम खुद है ।

कहा जाता है अपने बुजर्गो को भूलने वाली कौमे बहुत जल्दी भुला दी जाती है ।

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