गुरुवार, अगस्त 25, 2011

लोकपाल बिल खारिज , सरकार आज लायेगी भ्रष्टाचार संरक्षण बिल

अभी अभी सभी राजनैतिक दलों  की  बैठक  में  यह  निर्णय  लिया गया है की देश की वैश्विक पहचान को बचाने के लिए तुरंत एक बिल पास किया जाए जिसको कहा जाएगा भ्रष्टाचार संरक्षण बिल  

बैठक समाप्त होने  बाद एक साझा ब्यान में यह कहा गया है लोकपाल जैसे फ़ालतू बिल देश के विकास में बाधक है . ४२ सालो से यह बिल नही है तभी देश आज तक तरक्की कर रहा है . और जन लोकपाल बिल की मान्ग करने वाले हताश और निराश लोगो की टोली है जो देश और दूसरो की तरक्की बर्दाश्त नही कर पा रहे है . सिर्फ़ दो ,चार या दस लाख लोगो का यह आन्दोलन पूरे भारत की जन्संख्या का .०००१% भी नही है . इसलिये इस राष्ट्र विरोधी हरकत को तुरन्त बन्द करने की हिदायत की गई है . 

इस बिल का ड्राफ़्ट  तैयार करने के लिये एक कमेटी बनाई गई है जिसमे मुख्य रूप से चिदम्बरम . कपिल सिब्बल , अरुन जेटली ,लालु यादव , सुषमा स्वराज , ए राजा , कलमाणी आदि मुख्य रूप से शामिल रहेंगे .

प्रधान मंत्री ने इस बिल को अपने कार्यकाल का सबसे अहम बिल स्वीकार किया है . उनहोने कहा है यह बिल देश की तरक्की को और आसान करेगा . लोकपाल जैसे स्पीड बेकर को भुलाने से ही देश सोने की चिडिया बनने के हाइ वे पर फ़ुल स्पीड से दौडेगा . 

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शेष आगे ........ समय समय पर इस बिल के बारे मे चर्चा होती रहेगी 

गुरुवार, अगस्त 18, 2011

क्या एक कानून भ्रष्टाचार खत्म कर सकता है

हल्ला मचा है जन लोक पाल का ............ बहुत समय से सोच  रहा हूँ क्या एक कानून से भ्रष्टाचार सच में ख़त्म किया जा सकता है . बहुत सोचने पर लगता है नहीं ...... अगर कानूनों से अपराध ख़त्म होता तो आज हम आज
अपराध मुक्त वातावरण में सांस ले रहे होते . खैर एक तबीयत से पत्थर तो उछाला ही जा सकता है . 

लाखो लोग सड़को पर है मेरा मानना है वह भीड़ जन लोकपाल के समर्थन में नहीं पर भ्रष्टाचार के विरोध में है . जनता को लोकपाल से कोई सरोकार नहीं यह  सच है .और अन्ना ........अन्ना सिर्फ निमित्त मात्र है इस लड़ाई में या कहे तो एक मौखुटा या कहे आवाज़ 

यह जो चिंगारी लगी है दावानल से पहले ना रुके ........और भ्रष्टाचार इसमे दफ़न हो जाए ......................आमीन