Darvaar दरबार
अपनी कलम को हथियार बना शब्दो में बारुद भरें - सोया समाज जो राख समान उसमे कुछ आग लगे
सोमवार, जुलाई 22, 2019
मै लौट कर आऊंगा
आज बहुत दिनों बाद इस गली आना हुआ . लगा जैसे उन गलियों में पहुँच गए जहाँ बचपन बिताया . आज भी सब याद आ रहा है सब वह लोग याद आ रहे है जिन से प्रेरित होकर लिखना सीखा . कोशिश करूँगा रोज घुमने आऊ . मन बनाया है तो आऊंगा भी रोज . तब तक इंतजार
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