सोमवार, अक्तूबर 15, 2012

आज मेरे पिता जी का ७५ वां जन्मदिन है

   आज मेरे पिता जी का जन्मदिन है . जीवन के सफलता पूर्वक 75 साल बिना किसी आक्षेप  के एक उपलब्धि ही कही जायेगी . आज उनका अमृत समारोह आयोजित किया गया . हमारे क्षेत्र के सर्वदलीय व् सर्वसमाज के  प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया जो आज के दौर में अकल्पनीय है .


बुधवार, अक्तूबर 10, 2012

मैं जिन्दा हूँ

मैं जिन्दा हूँ . यह बात मैं जानता हूँ शायद मेरे ब्लॉग पर आने वाले समझ न बैठे की मैं कहीं मर तो नहीं गया इसलिए अपनी गलती सुधारने के लिए   नियमित अंतराल से फिर से ब्लॉग लिखने का निश्चय कर लिया है .और हाँ ब्लॉग के लिए कम से कम 1 घंटा जरूर दूंगा . आलस्य और   इंटरनेट के गलत इफेक्टो के कारन ब्लॉग से दूर होता चला उस ब्लॉग से जिसको मैंने बनाया और उस ब्लॉग ने मुझे पहचान दिलाई

एक नई पहचान जो मेरे भूत काल से बिलकुल अलग थी . जिस समय मैं अनजाने में ब्लॉग पर आया था उस समय मैं खानाबदोशो जैसा जीवन व्यतीत कर रहा था लेकिन आज एक कम्पनी को सही ढंग से चला रहा हूँ .वह भी कार बेचने वाली कम्पनी .

खैर आज से पुरानी बातो को भूलते हुए एक बार फिर से नई शुरुआत आपके आशीर्वाद के साथ चालू होचुकी है