मंगलवार, सितंबर 08, 2009

काला पहाड़ - सिर्फ़ कहानी ही नही है यह

सोने की चिडिया को लूटने की मंशा से विदेशी आक्रमणकारी हिन्दुस्तान को रौंधने के लिए सिंध पंजाब की तरफ से आने लगे । सिकंदर आया चला गया । गजनी आया गुजरात तक लूट कर ले गया । चंगेज खान आया । शक आए हूण आए । हलाकू आया . न जाने कितने आए और चले गए लेकिन मुग़ल आए और यही बसने के लिए कोशिश करने लगे उनके लश्कर आगे बड़ने लगे । लूट ,नरसंहार करते हुए एक लश्कर कश्मीर की तरफ बढ़ा ।

कौतहुल वश गाँव के कई युवा छुप कर लश्कर देखने आए । फौज डेरा डाल वहां आराम कर रही थी और उनका खाना बन रहा था । अचानक एक सिपाही उन लड़को के सामने आ गया । और उसने कुछ नही कहा। एक लड़का खुशबु सूंघ कर सिपाही से बोला बहुत बढ़िया महक आ रही क्या पक रहा है । इतना सुन कर सिपाही हसा और बोला अब तुम हिंदू नही रहे क्योकि गाय का मांस पक रहा है और तुमने उसे पसंद किया ।

यह बात आग की तरह फैली और जब वह लड़का गाँव पंहुचा तब पंचायत हुई । और पंचायत ने उसे अलग कर दिया । क्योकि उसने गाय के मांस की तारीफ की । क्षमा याचना का भी असर नही हुआ पंडितो ने भी उसे धर्म से अलग किया । हर धर्म अधिकारी से गुहार यहाँ तक बनारस तक से उस युवक को निराशा मिली ।

वह युवक क्रोधित हुआ और उसने अपमान का बदला लेने के लिए हिंदू धर्म को छोड़ कर मुस्लिम धर्म अपनाया । और बदला लेने के लिए हिन्दुओं का संहार किया । किद्व्नती है उसने अस्सी किलो जनेऊ काटे । और वह काला पहाड़ के नाम से जाना गया ।

यह कहानी है या हकीकत पता नही लेकिन अंधविश्वास , धार्मिक सत्ता और तथाकथित धर्म रक्षको ने अपने देश का सबसे ज्यादा नुक्सान किया । संस्कृति के रक्षा के नाम पर वही गलतियां आज भी दोहराई जा रही है । न जाने कितने काला पहाड़ और बनवायेंगे यह लोग

10 टिप्‍पणियां:

  1. सच है आपकी बात ....... मैंने सुना है AAZAADI के बाद NARSANHAAR में BAHOOT सी VIDHVAON से MUSLIMON ने शादी RACHAA ली थी क्यों की HINDUON ने उन्हें APNAANE से MANA कर दिया था ......

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  2. संस्कृति के रक्षा के नाम पर वही गलतियां आज भी दोहराई जा रही है .. सचमुच दुखद है !!

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    1. आप की बात 100% सही है.. क्यू की जब घर मे ही दुश्मन हो तो बाहर की दुश्मन की किया ज़रूरत है..

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  3. bhai isaaron men keh rahe ho kuch khul ke keh do ham na samajh ke bhi kuch palle pad jaye. woh kaunsi ghaltiyan hen yeh kala pahad kaun tha yani uska naam kiya tha?

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  4. नई जानकारी मिली है।आभार आपका।सच है कठमुल्लापन हमारे आड़े आ रहा है।

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  5. बड़ी रोचक जानकारी रही..बहुत बढ़िया.

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  6. वाकई ये सिर्फ कहानी नहीं.. बहुत ही गहरी बात कही आपने.. पर समझने वाला भी तो कोई होना चाहिए

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  7. सोचने को प्रेरित करती पोस्ट!

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा