मंगलवार, मई 05, 2009

आख़िर क्यो -महंगाई को मुद्दा सिर्फ़ कांग्रेस बना पाती है कोई और नही

कांग्रेस पिछले ६० साल से अधिकतर समय हम पर राज कर रही है । दो चार मौके मिले बेचारे विपक्षी दलों को लेकिन उनेह विपक्ष में रहना ज्यादा भाता है इसलिए सत्ता को सम्हाल नही पाते और थोड़े दिनों मे कांग्रेस को सत्ता सौप देते है ।

एक बात जो चिंतनीय है वह यह की आज तक विपक्षी दल महंगाई को मुद्दा क्यो नही बना पाते जबकि कांग्रेस ने महंगाई को मुद्दा बना कर दो बार सत्ता पर कब्जा कर लिया । इंदिराजी ने आपातकाल के बाद हुई हार को मात्र ढाई साल बाद प्याज महंगा हो गया सोना महंगा हो गया के नाम पर जनता पार्टी को पैदल कर दिया । उसके बाद ९८ मे उसी प्याज ने भाजपा की चार राज्यों की सरकार निगल ली

आज भी महंगाई चारो ओर सुरसा के मुँह की तरह फ़ैल रही है प्याज को तो छोडिये आलू ,आटा,दाल ,सब्जी हर चीज में आग लगी है लेकिन शक्तिशाली नेता निर्णायक सरकार इस ओर ध्यान नही दे रहे है । कभी भारत को चमका कर वोट मानते है कभी परमाणु bomb के नाम पर लेकिन महंगाई के नाम पर वोट मांगना उनेह नही आता
महंगाई का मुद्दा सिर्फ़ कांग्रेस बनाना जानती है और उसका फायदा उठाती है । अगर कांग्रेस हार भी गई तो वह कुछ दिनों बाद महंगाई को मुद्दा बना कर फ़िर वापिस आ जायेगी ।

8 टिप्‍पणियां:

  1. जनता को उल्‍लू बनाने का सबसे अधिक अनुभव कांग्रेस के पास ही है न :)

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  2. भैया विपक्ष मे रहने वाली पार्टी महंगाई का मुद्दा इस लिये नही उठा पाती क्योंकि उसे बनिया व्यापारियो की पार्टी घोषित कर दिया जाता है। अब भला व्यापारी महंगाई की बात कर सकता है क्या?

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  3. काँग्रेस सब से चालाक दल है, भाजपा उस से कम। दोनों का जनता से कोई निकट संबंध नहीं है। जो दिखाई देता है वह ढोंग मात्र है। हम वास्तव में इस समय विकल्पहीनता की स्थिति में हैं। अब जनता के अग्रणीय हिस्सों को आगे आकर कोई राष्ट्रीय विकल्प का निर्माम करना होगा। तब तक इन्हें झेलते रहना पड़ेगा।

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  4. इस बार तो ज्यादा ही हो गया - कोई ढ़ंग का मुद्दा बना ही नहीं पा रहे। इस बार तो जनता पर छोड दिया है कि प्रश्नपत्र भी वह बनाये और उत्तर भी दे। इस लिये परिणाम का बेसब्री से इन्तजार है।
    सरप्राइज की अपेक्षा है।

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  5. सही कह रहे हैं, भाजपा कांग्रेस जितनी चालाक और मक्कार नहीं है

    लेकिन चालाकी और मक्कारी में तो सबसे ऊपर सेकूलरिया और वामपंथी है

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  6. dheru जी.........वो pakke khilaadi है............60 साल से खेल रहे हैं.......ओपोसिशन वाले बच्चे हैं अभी

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा