रविवार, सितंबर 28, 2008

आतंकियो आओ हमें मारो क्योंकि हम इस लायक है

आतंकियो की सक्रियता को सलाम
आतंक के झंडा बरदारो तुम्हारी निरंतरता के हम कायल हो गए । बिलकुल निश्चिंतता से कार्य करने के लिए साधुबाद । हमें मारो और मारो हम तो मरने के लिए ही है । क्योंकि महाभारत काल से ही भाई भाई को गोली मार रहा है ऐसा हमारे गृह मंत्री का कहना है ।


ध्यान रहे किसी विशिष्ट लोगो पर गलती से भी बम्ब मत मारना इससे शायद तुम लोगो को कुछ परेशानी हो । पुलिस का मनोबल तो हम जैसे लोग तोअड चुके है मुठ भेड पर प्रश्न चिन्ह लगाकर । कोई पुलिस वाला क्यों शहीद होगा जब उस पर आरोप लगे ।

हम लोग ने अपना काम कर दिया है अब आपको डरने की जरुरत नहीं आओ हमें मारो हम मरने के ही लायक है।क्योंकि आप के कृत्य के बाद हम चर्चा करते है पोटा पर ,कानून पर । क्योंकि हमारे हुक्मरानों को वोट की चिंता है । और आप पर कार्यवाही वोट पर फर्क डाल सकती है । इसलिए आप अपना काम करो ।

हमे मरना है क्यों न आपके हाथ मरे । आपके द्वारा मरने से सरकार से मुआबजा तो मिलेगा ।

3 टिप्‍पणियां:

  1. हमारे हुक्मरानों को वोट की चिंता है । और आप पर कार्यवाही वोट पर फर्क डाल सकती है । इसलिए आप अपना काम करो ।
    बढ़िया लिखा है आपने। सक्रियता बनाए रखें। शुभकामनाएं।
    www.gustakhimaaph.blogspot.com
    पर ताकझांक के लिए आपका स्वागत है।

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  2. सही लिखा आपने हुक्मरानों को तो सिर्फ़ वोट ही चाहिए उन्हें क्या लेना देना कार्येवाही से

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  3. अब तो लगता है कि आतंकवादियों, अतिवादिओं, नक्सलवादिओं, ये वादिओं, वो वादिओं से पहले अपनी सुरक्षा पर अरबों खर्च करने वाले इन सत्ता पिपासु अराष्ट्रवादिओं को पहले सबक सिखाने की जरूरत है।

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा