जीतेगा भारत कब जब भाजपा जीतेगी । भाजपा का यह मजाक नहीं तो क्या है ? क्या भारत हार रहा है ? क्या हो गया है भाजपा के नारे लिखने वालो को ?
मानसिक दिवालियापन नहीं तो क्या है यह , राम को ताक पर रख कर अब जीतेगा भारत फिर भारत को भी ताक पर रख देंगे । सत्ता की हवस जितनी भाजपा में प्रबल है शायद और दलों में उतनी न हो ।
भाजपा से इसलिए शिकायत है की वह अपने को अलग पार्टी विथ डिफ रेन्स मानती है । सत्ता के लिए अपनी तथाकथित आदर्शो और नीतियों की हत्या कर उन लोगो से समझोता कर रही है जो चार साल से एक दुसरो को गाली दे रहे थे ।
सही है।
जवाब देंहटाएंदरवार हमेशा दिलवालों ने लगाए हैं. लगाए रहिये. पिछली 51 वीं पोस्ट की बधाई. आपको बहुत बड़े-बड़े लोगों की टिप्पणी मिलती है ये आपके अच्छे लेखन का ही परिणाम है. मेरे ब्लॉग पर आने का आभार. राम पर अब रामलीला मची है न जाने कब रासलीला मच जाए? होहिये वही जो राम रची राखा..........इसको मानाने वाले तो हाथ पर हाथ रख कर बैठे रहेंगे पर अब कुछ करना होगा...........
जवाब देंहटाएंयहां सभी ऎसे ही है.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद