गुरुवार, जनवरी 29, 2009

अहिंसा का पुजारी ,हिंसा का शिकार हो गया

अहिंसा के पुजारी
हिंसा के शिकार हो गए
बापू
गोडसे के हाथो
मर कर अमर हो गए

बापू
के विचारों का कत्ल
हम रोज़ कर रहे है
अपने स्वार्थो के लिए
बापू का नाम लेकर
उनके साथ मजाक कर रहे है

बापू
अच्छा हुआ आप
कत्ल कर दिए गए
नही तो अपने लगाये
पौधे की दुर्दशा नही देख पाते
सच मे अगर आज आप होते
तो जरुर खुदकुशी कर जाते

12 टिप्‍पणियां:

  1. ठीक कह रहे हैं जी ! आजकल बापू अचानक लाइन में ले लिए हैं लोगों ने !

    सस्ती लोकप्रियता जो मिलती है .

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  3. Acha likha hai aapne. Mera manna hai aaj gandhi paida hote to Gandhi kabhi na ban paate.

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  4. गांधी जी,के कारण ही आज देश का यह हाल है, ना नेहरू को आगे करते हो ना ही आज हम तुम , सब गुलामो की तरह रहते, आज जिस हालात मै हम भारत मै रहते है क्या इसे कोई आजादी कह सकता है?????
    धन्यवाद

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  5. आज बापू को सच्ची श्रद्धांजलि दी है आपने।

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  6. धीरू जी, बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति, गांधी जी ने जो किया वो कोई और नहीं कर सकता था, उनके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती. लेकिन एक बार "गांधी वध क्यों" अवश्य पढे़, क्योंकि दूसरा पक्ष भी जानना आवश्यक है कि आखिर क्यों इतने पढ़े लिखे व्यक्ति ने ऐसा कृत्य किया. गांधी जी को शत-शत नमन.

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  7. ठीक कह रहे है अंकल .सब लोकप्रियता का खेल है अभी ब्लोग्वानी खोला ओर सुबह से छठा लेख गांधी पर है .अभी ओर कविताये पढने को मिलेगी. कल पता नही कोई याद करेगा या नही ?
    गाँधी जी की जय .

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  8. COMMON MAN की बात सोलह आने सही है."गांधी जी ने जो किया वो कोई और नहीं कर सकता था" इस देश को फिर एक गाँधी जी जरुरत है.
    करोडो देश्वशियो को एक साथ लेकर चलना आसन काम नही था.
    http://paharibaba.logspot.com

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  9. आप सही कह रहे हैं - बापू एक बार की हत्या से नहीं, नित्य की वैचारिक हत्या से ज्यादा आहत होंगे - जहां भी हों।

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  10. गाँधी जी मर कर अमर नही हुये हिन्दुस्तान पर बहुत बडा़ उद्धार कर गये अगर कुछ दिन और जिन्दा रहते तो समझ में नही आता हिन्दुस्तान का तस्विर क्या होता।

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा