अहिंसा के पुजारी
हिंसा के शिकार हो गए
बापू
गोडसे के हाथो
मर कर अमर हो गए
बापू
के विचारों का कत्ल
हम रोज़ कर रहे है
अपने स्वार्थो के लिए
बापू का नाम लेकर
उनके साथ मजाक कर रहे है
बापू
अच्छा हुआ आप
कत्ल कर दिए गए
नही तो अपने लगाये
पौधे की दुर्दशा नही देख पाते
सच मे अगर आज आप होते
तो जरुर खुदकुशी कर जाते
ठीक कह रहे हैं जी ! आजकल बापू अचानक लाइन में ले लिए हैं लोगों ने !
जवाब देंहटाएंसस्ती लोकप्रियता जो मिलती है .
thik kah rahe aap
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंAcha likha hai aapne. Mera manna hai aaj gandhi paida hote to Gandhi kabhi na ban paate.
जवाब देंहटाएंगांधी जी,के कारण ही आज देश का यह हाल है, ना नेहरू को आगे करते हो ना ही आज हम तुम , सब गुलामो की तरह रहते, आज जिस हालात मै हम भारत मै रहते है क्या इसे कोई आजादी कह सकता है?????
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
Saheed divas per bapu ko sachchi srdanjali
जवाब देंहटाएंआज बापू को सच्ची श्रद्धांजलि दी है आपने।
जवाब देंहटाएंधीरू जी, बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति, गांधी जी ने जो किया वो कोई और नहीं कर सकता था, उनके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती. लेकिन एक बार "गांधी वध क्यों" अवश्य पढे़, क्योंकि दूसरा पक्ष भी जानना आवश्यक है कि आखिर क्यों इतने पढ़े लिखे व्यक्ति ने ऐसा कृत्य किया. गांधी जी को शत-शत नमन.
जवाब देंहटाएंठीक कह रहे है अंकल .सब लोकप्रियता का खेल है अभी ब्लोग्वानी खोला ओर सुबह से छठा लेख गांधी पर है .अभी ओर कविताये पढने को मिलेगी. कल पता नही कोई याद करेगा या नही ?
जवाब देंहटाएंगाँधी जी की जय .
COMMON MAN की बात सोलह आने सही है."गांधी जी ने जो किया वो कोई और नहीं कर सकता था" इस देश को फिर एक गाँधी जी जरुरत है.
जवाब देंहटाएंकरोडो देश्वशियो को एक साथ लेकर चलना आसन काम नही था.
http://paharibaba.logspot.com
आप सही कह रहे हैं - बापू एक बार की हत्या से नहीं, नित्य की वैचारिक हत्या से ज्यादा आहत होंगे - जहां भी हों।
जवाब देंहटाएंगाँधी जी मर कर अमर नही हुये हिन्दुस्तान पर बहुत बडा़ उद्धार कर गये अगर कुछ दिन और जिन्दा रहते तो समझ में नही आता हिन्दुस्तान का तस्विर क्या होता।
जवाब देंहटाएं