उपलब्धि तो नही लेकिन निरन्तरता है मेरे लिए १०० वी पोस्ट लिखना । यूही जिन्दगी कट रही थी मज़े से अचानक इन्टरनेट से मुलाक़ात हो गई एक दो महीने आर्कुट वार्कुत मे समय खराब किया । तभी घूमते हुए ब्लॉग लिखने के बारे पता चला पहले तो सोचता था अमिताभ बच्चन टाइप लोग ही ब्लॉग लिख सकते है । ब्लोग्वानी ,चिटठा जगत ,तीव्र नारद का रोज अध्ययन किया फिर राम का नाम लेकर ब्लोग्गर मे अपने लिए एक ब्लॉग बनाया नाम रखा दरवार । दरवार आज के टाइम कुछ अटपटा सा नाम था लेकिन बचपन से लोगो से गप्पे करना पसंद था इस पर पापा नाराज़ होकर कहते थे क्या हमेशा दरवार लगाये बैठे रहते हो । यह शब्द दरवार दिन मे एक दो बार तो सुनाई पड़ता था इसलिए इस एक शब्द से मोहब्बत सी हो गई थी और ब्लॉग का नाम रख लिया दरवार
पहली पोस्ट रोमन मे लिखी क्योंकि समझ मे नही आया हिन्दी मे कैसे लिखा जाएगा । अगले ही पल समझ मे आ गया । पोस्ट पर पोस्ट लिखी तभी पहली टिप्पणी मिली उस दिन ऐसा लगा की मैं अब कुछ सार्थक काम कर रहा हूँ क्योंकि जिंदगी जितनी आराम से काट रहा हूँ लोग कहते है पूर्व जन्मो के पुण्य है । मैंने कोई काम जिन्दगी मे लगातार नही किया सिर्फ़ यही पहला कार्य है ब्लॉग लेखन जो सौ वी बार लिख रहा हूँ ।
अनाप शनाप लिखते हुए भड़ास निकलने के लिए भड़ास मे पहुच गया। जैसा देश वैसा भेष चरितार्थ हुआ इतनी भड़ास उगल गया कि भड़ास से निकाल दिया गया भड़ास से निकाला जाना साबित करता है कि मैं कहाँ तक गिर और उठ सकता हूँ । बाद मे मेरी सदस्यता बहाल कर दी गई । उसके बाद माँ मे शास्त्री जी ने मौका दिया वहां पर भी लिखा लेकिन निरंतरता का आभाव रहा यह गलती शीघ्र सुधारूँगा । माँ न मुझे राह दिखाई और उस राह पर चल कर कुछ लोगो ने मुझे अशिर्बाद दिया और मुझे समझा ।
ब्लॉग रुपी एक ऐसा परिवार मुझे मिला जिसमे अभी तक खेमे बाजी नज़र नही आई सब वरिष्ट लोग नवागुंतक लोगो का मनोबल बढाते है । नए नए विचार तरह तरह के सुझाव रोज़ ब्लॉग दुनिया मे नज़र आते है । मैं धन्यबाद देना चाहता हूँ उन सब लोगो को जिन्होंने मुझे टिप्पणी रूपी आशीष दिया नाम इस लिए नही लिख प् रहा हूँ यदि कोई नाम छुट गया तो मुझे दुःख होगा । इसलिए अपने सभी ईष्ट परिवारिओं से यही प्रेम चाहता हूँ कि मुझ पर ऐसी ही क्रपा बनाये रखे जिससे मै अपना मनोबल बनाये रखु और उन लोगो को झुटला दू कि मैं कोई काम निरंतेर नही कर सकता ।
जमे रहिये .....अपने इसी अंदाज में.....
जवाब देंहटाएंशु कामनायें आपका मनोबल यूँ ही बना रहे
जवाब देंहटाएंभाई "जैसा देश वैसा भेष" का लिन्क दीजिये, जरा हम भी देखें। ऐसे ही लिखते रहिये।
जवाब देंहटाएंनववर्ष की शुभकामनाएँ । यूँ ही लिखते रहिए, लेखन और विचार दोनों ही निखरते चले जाएँगे।
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती
बहुत खूब, जल्द ही हमें 200 वीं पोस्ट भी दिखाईयेगा… बहुत शुभकामनायें… ऐसे ही लिखते रहें, लोगो को जगाते रहें… :)
जवाब देंहटाएंधीरूसिंह जी हिन्दी ब्लागरी ने जो ब्लागर बिरादरी बनाई है उस का असली अनुभव तब होगा जब आप दूसरे ब्लागरों से मिलने लगेंगे।
जवाब देंहटाएंआपकी 100 वीं पोस्ट पर आपको बधाई। नए साल की भी आपको शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंसौवी पोस्ट के लिए बधाई ! बस ऐसे ही लिखते रहिये यही निरंतरता है !
जवाब देंहटाएंआप को १०० वीं पोस्ट की बधाइयाँ |
जवाब देंहटाएंबधाई हो.. :)
जवाब देंहटाएंसौवीं पोस्ट के लिए ढेरो बधाई साथ में नव वर्ष की ढेरो मंगलकमाना .............
जवाब देंहटाएंअर्श
badhaai
जवाब देंहटाएंबधाई जी बधाई...
जवाब देंहटाएंआप लिखते रहे ..सब परिवार की तरह ही हैं यहाँ ...नववर्ष की शुभ कामनाये
जवाब देंहटाएंवधाई हो. आप ऐसे ही लगातार और बेहतर लिखते रहें, यह शुभकामना है.
जवाब देंहटाएंबधाई हो जी शतक जमाने की ! आप कुछ काम धाम नहीं करते यह तो हमें इसी से पता चल गया कि हम और आप लगभग एक साथ शुरू किए थे . हम तो 75 पर अटके हैं और आप सेंच्युरी लगा दिए ! फिर से बधाई !
जवाब देंहटाएंहम उठ कर खड़े हो गये है और ताली बजा रहे हैं. "स्टॅंडिंग ओवेशन" ढेर सारी बधाइयाँ.
जवाब देंहटाएंनववर्ष की शुभकामनाएँ । यूँ ही लिखते रहिए!!!
जवाब देंहटाएंप्राइमरी का मास्टर का पीछा करें
धीरूसिंह जमे रहिये , बस गुट बाजी से, ओर अप शब्दो से बचिये, अगर कोई बतमीजी करे तो , उसे भुल जाये, बाकी यहां सभी बहुत ही अच्छे लोग है, मुझे भी १ जनवरी को एक साल ही हुआ है,
जवाब देंहटाएंशुभकामनाऎ.
सौवी पोस्ट के लिए बधाई...शुभकामना है.
जवाब देंहटाएंऔर हाँ, सौवीं पोस्ट के उपलक्ष्य में अपने दर्शन भी जनता को करा दो बडे भाई :)
जवाब देंहटाएं@विवेक भाई
जवाब देंहटाएंजरूर, सोच रहा हूँ फोटो खिचवा ही लू . फुरसत मिलते ही यह काम करवाऊंगा .फोटोग्राफ़र भी ऐसा चाहिए जो थोड़ा देखने लायक फोटो खीच ले वैसे ताऊ के ब्लॉग मे लगा फोटो से मिलता जुलता हूँ मैं
बिलकुल बडी सी फ़ोटॊ खिचवाईये . कोई अच्छा स्टूडिओ ना मिले तो हमारे पास आईये . http://pangebaj.blogspot.com/2007/09/blog-post_05.html यहा देख ले .
जवाब देंहटाएंबधाई सौ की बाकी आप कन्फ़्युजियाय मत आप यही थे और यही रहे कही से कही नही पहुचे आप खाली आपका ब्लोग पहुचा है १०० पोस्ट सहेजते हुये :)
अरे अरे ! राज खुल गया ! कहीं आप ही तो ताऊ नहीं ? यह राज भी फाश कर डालिए सौवीं पोस्ट पर :)
जवाब देंहटाएंशतक बनाने के लिए बधाइयां जी
जवाब देंहटाएंबधाई! सौ शतक बनायें।
जवाब देंहटाएंसैकड़ा पूरे करने की बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.
जवाब देंहटाएंनिरन्तर और वैल्यू-एडेड लिखना ही मन्त्र है - आपने सही पकड़ा है ब्लॉगिंग को। जमाये रहिये। शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएं२दिन से अधिक से सूरज न निकालने से बहुत अधिक ठंढ के कारण इस दिन रात में ज़्यादा देर 'नेट ' पर बैठ नही पाया था इसी कारण से जान नही पाया था| बधाई '' हे शतक-वीर'', नव वर्ष कि भी |
जवाब देंहटाएंhttp://anyonasti-chittha.blogspot.com
priy anuj ,chauhanon ne apni asmita khoi nahi hai balki usko sanjo kar rakha hai ,chauhano ne dilli par rajy kiya hai or ish ne chaha to ek bar fir wo hi sampoorn desh par raj karenge or aaj bhi poore bharat me hi nahi apitu poore sansar me rajpoot biradri ke liye chohano ko hi jaana jata hai or aaj bhi loktantr me jitne mantri ,santri or burocrate chohans hai shayad koi or thakur or rajpoot ho ,chohan agnivanshi hai hai jab tak agni jainda hai tab tak chohan biradri ki asmita kho nahi sakti ,,,,,or aaj bhi chohano ki jarurat sabhi partiyon ko hai ,hamare bina kisi ki daal nahi galti ticket dene ke liye to aaj bhi partiyaa hamare peeche ghoomti hai par ham apne siddhanto se souda nahi kar sakte .ham gandi rajniti ke pakshdhar nahi hai or ham ab se pahle bhi samajwadi party se M.l.A ka chunaw fight kar chuke hai ,,,or ye bhi hai ki jis din loktantr khatm hota najar aayega to chohan biradri apne aap ko aahut kar degi ,wese mujhe ye jaankar afsos hota hai ki jis vyakti ne rajpoot khaandan me janm liya ho or wo aisi bhashaa bole to mujhe sharm mahsoos hoti hai aage meri aap se vinti hai ki aap nakaaratmak soch ko samapt kar de or sakaratmak soch rakhe to shayad rajpoot biradri kaa bhala ho or ye bhi yaad rakhiye chohan koi ek biradri nahi hai wo sampoorn raajpoot samaaj ki agrni hai ,wo prthviraj chohan hi the jinhone gori ko 17 bar haraya tha kya aap or kisi raja maharaja ka naam unke samne le sakte ho or jinki vajah se sampoorn thakur biradri faqr masoos karti hai
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