आज मुझे अपनी माँ से बिछड़े १९ साल हो गए . एक बहुत लंबा अरसा .... मैं उस समय २० साल और १४ दिन का ही था . मेरी बहिन की शादी हो चुकी थी . पिता जी उस समय सांसद थे . एक छोटे से आपरेशन मे हुई लापरवाही ने मेरी माँ को मुझ से दूर कर दिया . मेरी माँ मेरे पूरे परिवार की धुरी थी .
बहुत चाहते हुए भी मैं कुछ नहीं लिख पा रहा हूँ . सच में आज सब कुछ है हमारे पास सिर्फ माँ को छोड़ कर . आज का दिन मेरे लिए सबसे मनहूस दिन है .
ईश्वर से प्रार्थना है किसी से उसकी माँ ना छीने .
माँ
तुम प्रेरणा हो
तुम शक्ति हो
माँ की याद भी प्रेरणामयी होती है, आपको शक्ति मिले।
जवाब देंहटाएंईश्वर ने मां को बनाया ही इतना ममतामयी है कि कोई भी यह दुख नहीं झेलना चाहता पर होनी तो होकर रहती है...उनकी प्रेरणा ही शक्ति है
जवाब देंहटाएंमाँ को भूलना संभव ही नहीं है मेरे भाई धीरू माँ तो हमेशा साथ रहती है
जवाब देंहटाएंवन्दे मातरम !!
जवाब देंहटाएंमां का स्थान कोई नहीं ले सकता...
जवाब देंहटाएंश्रद्धान्जलि....
किया क्या जा सकता है। सृष्टि का नियम ही है, किसी न किसी को तो छिना जाना ही है, बेटा से मां या मां से बेटा।
जवाब देंहटाएंमां को श्रद्धांजलि।
maa kee jagah koi nahi le sakta,
जवाब देंहटाएंसच माँ सा दूसरा कोई नहीं...इस दुःख में हम आपके साथ हैं...
जवाब देंहटाएंनीरज
मां से बढ़कर कोई नहीं होता, मां हमें हर परिस्थिति में संभाल लेती है ।
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जवाब देंहटाएंमां का महत्व वही समझ पाते हैं जिनकी मां साथ नहीं होती .. आज के दिन मां की याद आना स्वाभाविक है !!
जवाब देंहटाएंमाँ का आशीर्वाद हमेशा रहता है .... प्रेरणा का स्त्रोत है वो .... शक्ति है ... हमारी भावभीनी श्रधांजलि .....
जवाब देंहटाएंवे स्वर्ग से भी आपकी सुख शांति की कामना कर रही होंगी। माँ का स्थान कभी भर सकता है भला
जवाब देंहटाएंमाँ को भूलना संभव नहीं. मां का स्थान कोई नहीं ले सकता.मां को मेरी श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंउनका वरद हस्त हमेशा आप पर है, हमारी तरफ़ से भी माताजी को श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धान्जलि!
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलियां
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