कमाल है कमाल है क्रिया की प्रतिक्रिया इतनी तेज़ हो सकती है इसी बात का तो कमाल है . आज दो खबरे अखबार में छापी गई दोनों को साथ जोड़ कर पढ़े तो उसका जो अर्थ निकला वही कमाल है .
खबर नम्बर १ - अमर सिंह का इस्तीफ़ा स्वीकार
खबर नम्बर २ -मुलायम सिंह पहुचे सड़क पर
वैसे दोनों खबरे लग तो सही रही है . लेकिन जब आपस में जुड़ गयी तब भी सही लग रही है . बिना हनुमान के राम का क्या होगा . ख़ैर जो होगा तो होगा अभी तो महंगाई के बोझ से दबे हम लोग इस खबर पर मुस्करा तो सकते है .
फोटो गूगल सर्च से
बिल्कुल मुस्कुरा सकते हैं .......... अब आगे देखिए किस करवट बैठती है मुलायम और अमर की चोसर ........
जवाब देंहटाएंमुस्करा दिये!
जवाब देंहटाएंबहुत बढियॉं लिखा आपने ।
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंvery funny!
जवाब देंहटाएंनाईस
जवाब देंहटाएंमैं मुस्कुरा रहा हूँ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे ढंग से जोड़ा.
जवाब देंहटाएंजी बिलकुल मुस्कराना ही है ।
जवाब देंहटाएंइस मंहगाई में मुस्कान भी कितनी कीमती हो गई है...
जवाब देंहटाएंबहुत मुश्किल से मिली है.....तो मुस्काइये न :):) !!