अगर मुझे उमर कैद भी होती आज रिहा हो जाता क्योकि १४ -१५ साल में अच्छे चाल चलन को देखते हुए कानून भी दया कर देता है . लेकिन लम्हों की खता सदियों तक उठानी पढ़ती है . और अपने यहाँ तो सात जन्मो का साथ का प्रचलन है . अगर यह सातवाँ फ़ाइनल जन्म है तो सिर्फ १५ साल ही तो कटे है अभी तक . और अपने यहाँ शता: जीवेत का भी चक्कर है . ना जाने कितने साल और ..............
ईश्वर से प्रार्थना कीजिये मुझे शक्ति दे यह कष्ट सहने की और दो मिनट का मौन मुझे शांति प्रदान करने के लिए { जीते जी } वैसे गलती मैने खुद की सजा भी खुद भुगतुगा .
ख़ैर १५ साल तक का कष्ट सहते सहते अब कष्ट कष्ट नहीं लगता . लेकिन आज़ादी छिनने का कष्ट तो महसूस होता ही है .
आप दोनो को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं .. मैं तो महिलाओं की कष्ट की सोंचती हूं .. जिन्हे घर और परिवार के सुख के लिए अपने घर तक को छोडना पडता है .. जो बाते आपलोगों के लिए हंसी मजाक और चुटकुले बन जाती हैं .. वो हमारे लिए सच्चाई हैं !!
जवाब देंहटाएंयह पोस्ट भाभीजी को पढ़वा देता हूँ, सारे कष्ट दूर हो जाएंगे :) :)
जवाब देंहटाएंबधाई, शुभकामनाएं. धैर्य रखें. :)
धीरू जी ........ आप दोनो को शादी की वर्षगाँठ मुबारक ......... जितना लंबा बिताएँगें, उतना ही ये रिश्ता मज़बूत होगा और सुख देगा .........
जवाब देंहटाएंआपने कष्ट शेयर किया और सभी शुभकामनाऐं दे रहें है.. बहुत नाइंसाफी है..:)
जवाब देंहटाएंशुभकामनाऐं...
दुनिया में अगर आए हैं तो जीना ही पड़ेगा
जवाब देंहटाएं........ है अगर ज़हर तो पीना ही पड़ेगा...
मेरे कष्ट का साधन भी आपके बरेली के मॉडल टाउन से ही नाता रखता है...
वैसे हमने तो सात फेरों के चंद घंटे बाद ही डोली के वक्त बैंड वालों से ये गीत बजवा दिया था...
दिल में छुपा कर प्यार का अरमान ले चले,
हम आज अपनी मौत का सामान ले चले...
जय हिंद...
जीते-जी ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे :)
जवाब देंहटाएंज़रा दरवाजा खोलिए जी खुशियों से भरा ट्रक बाहर खड़ा है आपके.. अजी हमी ने भिजवाया है.. बधाई तो देंगे ही.. वैसे संजय भाईसाहब की बात ठीक ही लगती है.. आप क्या कहते है..?
जवाब देंहटाएंआप दोनों को बहुत-बहुत बधाइयां!
जवाब देंहटाएंकरवा पंथ का व्रत रखा कि नहीं भाई?
विवाह की वर्षगांठ पर बहुत-बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंबधाई हो जी। ईश्वर सदा आपके साथ रहें - शान्ति में भी, अशान्ति में भी!
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