पशु प्रेम के लिए विख्यात मनेका गाँधी के संसदीय क्षेत्र के जिले में बकरे ने इतना अपार स्नेह पा कर दूध देना शुरू कर दिया . यह मज़ाक नहीं सत्य है .
प्राप्त जानकारियों के अनुसार ग्राम चन्दऊ के रेवती राम का बकरा एक बार में २५० ग्राम तक दूध देता है . और जांच कराने पर दूध की क्वालिटी भी ठीक निकली है .और खास बात बकरे की प्रजनन शक्ति भी काफी अच्छी है .
ख़ैर इस क्या कहेंगे यह आप ही जाने .
लेकिन भाई बकरे का दुध निकलते कहां से है????
जवाब देंहटाएंअब इस बारे में क्या कहे ? आप कह रहे है तो सच मान लेते है |
जवाब देंहटाएंवैसे हम तो बकरे या भेंसे का दूध निकालने का मतलब किसी महा कंजूस दोस्त से से खर्चा करवाना समझते है |
बधाई हो,पूरे संसदीय क्षेत्र के लोगों को।
जवाब देंहटाएंयह नर बकरों द्वारा मादा बकरियों के बकराधिकार का स्पष्ट उल्लंघन है. ऐसे बकरे को छठी का दूध याद दिला देना चाहिए.
जवाब देंहटाएंराज भाटिया जी के सवाल का उत्तर दिया जाय!
घोर कलजुग!
जवाब देंहटाएंकुदरत की माया है ......... या ये भी हो कह सकते हैं .......... कलयुग है कुछ भी हो सकता है ........
जवाब देंहटाएंबकरे के दो थन भी है
जवाब देंहटाएंमेनका गांधी बधाई की हकदार हैं :)
जवाब देंहटाएंअनहोनी को होनी कर दे
जवाब देंहटाएंअमर, अकबर, अन्तोनी :)
bakre ko mediya ke samne pes kya jaye
जवाब देंहटाएंअब हम क्या कहें? आप बता रहे हैं तो ठीक ही होगा।
जवाब देंहटाएंइस बकरे की नस्ल बढ़ाने के बारे मे गम्भीरता से सोचना चाहिये ।
जवाब देंहटाएंइसे मेनका का चमत्कार ही कहेंगे
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