बुधवार, मार्च 10, 2010

कर्फ्यू का ९ वा दिन ........ ज्वालामुखी सी शांत है बरेली

सिर्फ १० दिन ही हुए है फिजा खराब हुए . ९ दिन कर्फ्यू को झेलते हो गए . आज बाज़ार खुलने थे लेकिन भगदड़ ऐसी मची लोग गिरते पड़ते भागे . अफवाहों का बाज़ार गरम है .दिन भर उदासी और रात को शमसान सा सन्नाटा है . इक्का  दुक्का गाडी चल रही है . हर चहरे पर मुर्दानी छाई है . दहशत चारो ओर फ़ैली है . लाल नीली बत्तिया और हूटर लगी सरकारी गाडिया भी दौड़ रही है .

लेकिन यह खबर आपको अखबारों में पढने को नहीं मिली . क्योकि इन दंगो में अभी तक कोई मरा नहीं घायल तो सैकड़ो हुए . दर्जनों मकान ,दुकाने स्वाह कर दी गई . शायद राष्ट्रीय मीडीया जब तक लाशो का ढेर ना देखे तब तक वह खबर नहीं मानता . खैर कोई बात नहीं . दंगो का एक आरोपी मौलाना तौकीर रजा खान पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है . बरेली मरकज के आला हज़रत परिवार के लोग  पहली बार इतिहास में दंगा फैलाने में आगे आये है . आला हज़रत आज जन्नत में आसूं बहा रहे   होंगे  .

और अभी की स्थिति यह है हजारो मुसलमान और हिन्दू अपने अपने इलाको में इकठ्ठा है . अभी ९-३० की बात कर रहा हूँ . एक ज्वालामुखी पर हम बैठे है . शायद कल सुबह बरेली सुर्खियों में हो अखवार और न्यूज़ चैनल की . लेकिन ऊपर वाले से प्रार्थना है बरेली में अमन चैन फैले और आज रात शान्ति से कटे .

कल अगर इस लायक रहे तो फिर मिलेंगे ..

11 टिप्‍पणियां:

  1. बरेली में हुए दंगो की खबर हमे अपने एक जानने वाले से २ मार्च को मिली जिसमे कुछ लोगो की हत्या भी शामिल थी पर कही भी कोई समाचार ना देख कर हम स्तब्ध रह गए ,इश्वर से प्राथना है सब कुशल रहे

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  2. प्रार्थना है बरेली में अमन चैन फैले और आज रात शान्ति से कटे .
    हमारी भी शुभकामना यही है -आश्वस्त रहें कुछ नहीं होगा ! अज्ञात के प्रति दर सहज है ! मगर कुछ नहीं होगा

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  3. dheeru ji, kripaya bareilly ke haalchaal bataate rahen. aap jaise mitr hi blog ke maadhyam se sahi sthiti bata sakte hain. duaa hai ki jald hi sab kuch shaant ho jaaye aur zindagi apne maamool par laut aaye. (aameen). by the way... aap bareilly me hi hain na?

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  4. ओह ऐसा बहुत ही दुखद पर मिडिया को क्या हुआ, दंगों का कवरेज नही करने का यह नया चलन चलाया है। आदमी बरूद की ढेर पर बैठा है और मिडिया महिला बिल और क्रिकेट की सटेबाजी पर हंगामा कर रहा है।
    ।आशा करता हूं सब ठीक ही होगा।

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  5. मुसलमानों को उनकी औकात याद दिलानी पड़ेगी..

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  6. हिंदू का पर्यावाची मार खाने वाला है.

    यह जीव भारतीय उप महाद्वीप पे हमेशा मार खाता रहा है..

    इसके लोग बहुत चुप चाप आपसी लूट खसोट में लगे नामर्द होते हैं, जो ठीक से लाठी भी नहीं उठा सकते..
    यह लोग सिर्फ इस बात पर खुश हैं की भारत में वे अधिक है(ऐसा उनको लगता है- उनका भ्रम है)
    जबकि ना उनकी सरकार बनती है, न कोई उनकी सुनता है..

    सुनने में आया है, की हिंदू १००० साल की गलतियों से भी नहीं संभल पाया है..

    लगातार मार खाना उसकी प्रवित्ति है, धर्मनिरपेक्षता उसका दिखावी चोला है... दरअसल इस नामर्द कौम के पास कोई हिम्मत नहीं है.. इसके लोग गुलामी पसंद हैं..

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  7. ईश्वर से यही प्रार्थना है कि अमन-चैन लौटे और आप से अनुरोध है कि अपने शहर के हालात से हमें वाकिफ़ करवाते रहें।

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  8. बहुत ही दर्दनाक खबर इन दंगो मे जिन के मकान बरवाद हुये जिन की दुकाने बरवाद हुयी जिन के लोग घायल हुये, वो किसी भी धर्म के हो क्या उन का दर्द यह ध्रम के ठेके दार समझते है??? क्या यह उन्हे नया मकान, नयी दुकान देगे??? तो फ़िर लोग क्यो इन की बातो मै आ जाते है क्यो??? मॊलाना जी* तो जेसे हमारे पंडित जी होते है, उन्हे कहते है, जो लोगो को अच्छी ओर धर्मिक बाते, प्यार की बाते सीखाते है, ओर क्या मौलाना तौकीर रजा खान इस बात को अच्छा समझते है आने वाली पीढी के लिये अच्छा कर रहे है???क्या आने वाली पीढी को अच्छी बाते सीखा रहे है???

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  9. हमें प्रार्थना में शामिल समझें अमन चैन की...ईश्वर सब भला करें.

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  10. भारतीय नागरिक11 मार्च 2010 को 8:31 am बजे

    बहुत ही नाकाबलियत दिखाई पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने. इन सबको हटाकर फेंकना चाहिये. यह भी एक ई-पेपर में छपा था कि एक अल्पसंख्यक पुलिसवाले ने दंगाइयों को दंगा फैलाने में मदद की. स्वयं हिन्दुओं को ही अपनी हिफाजत करनी पड़ेगी और अपने वोटों की तोल मोल भी...
    हिन्दू तो कभी भी कट्टरवादी नहीं रहा लेकिन जब खुद अल्पसंख्यक ही उन्हें कट्टर बनाने पर उतारू हों तो क्या किया जाये...
    रही बात मीडिया की तो वह भी साम्प्रदायिक है, मेरे अनुमान के अनुसार लगभग तीन-चार सौ करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ होगा और मीडिया की कवरेज, प्रिन्ट के अलावा बिल्कुल नहीं
    प्रिन्ट में भी इसलिये क्योंकि उनकी मजबूरी है...
    आप सब लोग सकुशल और सुरक्षित रहें... इस कामना के साथ.
    भारतीय नागरिक

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  11. दर्दनाक घटना है और मीडीया तो अल्पसंख्यक वो भी ख़ास वर्ग के हों तो जागेगा ... ईश्वर से प्रार्थना है की जल्दी ही अमन चैन वापस आए और आप सब को कुशल रखे .........

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा