बुधवार, मार्च 03, 2010

मेरा शहर जल रहा है दंगे की आग में - हमें नाज़ था कौमी एकता पर [ कर्फ्यू में फसे है हम ]

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होली क दिन बीता भी नहीं रंग छुटा भी नहीं हमारे बरेली शहर में आग की होली खेली गई . मेरा अमनपसंद शहर [?]दंगे की भेट चढ़ गया और पूरे शहर में कर्फ्यू में है . पुलिस की गाडियों में बजता सायरन और रेपिड एक्शन फोर्स के बूटो की आवाज़ ही सुनाई दे रही है .

हुआ यूँ  बाराबफात का जलूस कल निकालना था और उसका एक मार्ग निर्धारित है लेकिन शहर के कोने कोने से जलूस बना कर मुसलमान लोग हाथो में तलवार ,भाले लेकर जहाँ से असली जलूस निकलना था वहाँ पहुचने लगे . इस नयी परंपरा का हिन्दुओ ने जुबान से विरोध किया . सिर्फ जुबान से क्योकि हिन्दुओ की सिर्फ जुबान ही तो चलती है . इसके बाद जो हुआ वह कलंक है इस शहर के लिए . आगजनी चालु हुई  गिन गिन के हिन्दुओ की दुकाने जलाई गई जिसमे बड़े शोरुम भी शामिल है , मकानों में आग लगाईं गई . एक पेट्रोल पम्प में आग लगाने की कोशिश हुई . और तो और एक पुलिस चोकी जला दी गई . लोगो को बुरी तरह से मारा पिटा गया . महिलाओ की बेईज्ज़ती की गई . पुलिस पिटी , अफसरों से हथियार छीनने का प्रयास हुआ ,हाथापाई हुई .

लगभग ३ घंटे अराजकता का माहोल रहा . सुनियोजित ढंग से गैस सिलेंडरो के द्वारा आग लगाईं गई . तीन घंटे बाद पुलिस पूरी ताकत से उतरी . आई जी , डी आई जी ने अपने हाथो से गोली चलाई . लगभग १००० राउण्ड गोली चलाने के बाद स्थिति काबू में नहीं आ पाई है . दलित वस्तियो पर हमला हुआ . बाहर के गुंडों ने अपना काम अंजाम दिया और सकुशल चले गए .

हम लोग डरे सहमे से अपने घरो में कैद है . सड़क तक पर आने की इजाजत नहीं है . शहर में केबिल काट दी गई है सिर्फ दूरदर्शन का सहारा है . बच्चो के बोर्ड इग्जाम शुरू हो गए है . अपनी जान पर खेल कर जिन्दगी की जंग लड़ने बच्चे जा रहे परीक्षा देने . उन्हें कर्फ्यू में ढील दी गई है . आज के बाद अगर स्थिति नहीं सुधरी तो कल से दूध , सब्जी का अकाल तय है .

हमें बहुत नाज़ था अपने शहर की कौमी एकता पर जो तार तार हो गई . राजनीति का चूल्हा भी गरम हो चुका है तवा भी गरम है रोटी सेकने वाले भी आ गए है . लेकिन जिनकी  दुकाने जली जिनके  मकान जले अरमां जले बिटिया के सहेजे हुए दहेज़ जले उनका क्या होगा . कल जरुर छपेगा स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है .

12 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बुरी स्थिति प्रतीत होती है। लगता है प्रशासन नाम की चीज नहीं है।

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  2. . कल जरुर छपेगा स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है . yahi hota hay.

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  3. क्या कहा जाये..अफसोसजनक...ईश्वर करे जल्द शांति स्थापित हो!!

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  4. कल जरुर छपेगा स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है ....
    देश का दुर्भाग्‍य ही है ये !!

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  5. बेहद दुखःद है धीरू भईया , मानवता फिर से शर्मसार हो गयी ।

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  6. ye to bahut buri khabar hai..
    aap surakshit rahein yahi prarthana hai..
    bahut hi durbhagyapoorn...!!

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  7. जानकर बहुत दुख हुआ। धर्म के नाम पर इंसानियत खो रहे हैं हम लोग।

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  8. यह समाचार टीवी पर चले क्या? सुना तो नहीं. शुक्र है गुजरात में नहीं हुआ वरना क्या हाय-तौबा मचती.


    जो हुआ सही नहीं हुआ. अमन की वापसी होगी.

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  9. कल जरुर छपेगा स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है..

    ये समाचार सच में नज़र नही आए टी वी पर ....

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  10. बेहद अफसोस जनक घटना । आप ठीक कह रहे हैं इसे बाहर वालों ने ही अंजाम दिया होगा । पर बिना स्थानीय लोगों की मदद के यह संभव नही है । जिनका जानमाल का नुकसान हुआ उनकी खातिर इसकी पूरी जांच पडताल होनी चाहिये ।

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  11. गुजरात में होता तो खार होती। मुस्लिमों के खिलाफ़ हो तो खबर होती है। बकौल एक शायर के: हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम॥वो कत्ल कर देते हैं चर्चा नहीं होती॥

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा