हे गुरु जी आज मौका मिला है आपको याद करने का आख़िर शिक्षक दिवस पर भी नही याद करेंगे तो कब करेंगे । आख़िर आपने हमें पढ़ा लिखा कर इस लायक किया कि हम इतने लायक बन सके । आप के कारणयह मुकाम हासिल किया लेकिन इसके बदले गुरु दक्षिणा हमने हर महीने ट्यूशन फीस के रूप में दी । आपका धेय्य वाक्य आज तक हम अपना रहे है कि बिना धनोबल के मनोबल नही बढ़ता है । यह ब्रह्म वाक्य आज तो सत्य ही प्रतीत होता है ।
हे गुरु जी आप धन्य हो आपने हमें प्रेक्टिकल मेन बना दिया । अगर आप हमारे ज्ञान चक्षु नही खोलते तो हम तमाम किताबी आदर्शो को जीवन में अपना कर किसी कोने में निखद चाकरी भीख निदान जैसा कुछ कर रहे होते ।
हे गुरु जी आप जहाँ भी हो सुखी ही होगे । और मै प्रभु से कामना करता हूँ जब जब जन्म लू आप ही मेरे गुरु बने । जिससे मै इस मतलबी दुनिया में जीने के सभी पैतरे सीख सकू । अगले शिक्षक दिवस तक के लिए आप भी मस्त रहो और मै भी ।
ठीक ही कहा है
गुरु ब्रह्म गुरु विष्णु गुरु देवो महेशरा :
गुरु साक्षात् परमब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः
गुरुदेव को प्रणाम...
जवाब देंहटाएंनीरज
धीरू भाई इस मतलबी दुनिया मै जीने के लिये पेंतरे तो यह दुनिया खुद ही ठॊकरे मार मार कर सिखा देती है, हर कदम पर एक नया रुप इस दुनिया का मिलता है,
जवाब देंहटाएंवेसे आप ने गुरु जी को बहुत सुंदर ढंग से याद किया, बहुत अच्छा लगा
आज गुरु को इससे behtar तरह नहीं याद किया जा सकता ........ प्रैक्टिकल तरीके से याद रखना जिसने ऐसे जीना सिखाया ....... kamaal है dheeru जी lajawaab post है आपकी ........
जवाब देंहटाएंguru dev ko saadar charansparsh...........
जवाब देंहटाएंregards
arsh
याद करने का यह ढंग भी निराला है ।-शरदकोकास दुर्ग.छ्.ग.
जवाब देंहटाएंगुरुदेव को प्रणाम
जवाब देंहटाएंगुरुवरों को शत शत नमन
जवाब देंहटाएंऔर सादर वंदन .
बिना धनोबल के मनोबल नही बढ़ता है
जवाब देंहटाएंयह तो हमारे प्रिय डी पी जोहरी का कथन लगता है.
आपको जन्म दिन की हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंआपकी मनोकामना पूर्ण हो
शुभकामनाएं
ये वाले गुरु हमें मिले नहीं। शिक्षा अधूरी रही! :-(
जवाब देंहटाएंसमय के अनुसार आपका चिंतन सटीक है।
जवाब देंहटाएंवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।