कुछ दिनों से व्यापार कर रहा हूँ . व्यापार भी कार का . बहुत पैशन और टेंशन का काम है यह . टारगेट की तलवार हमेशा सर पर लटकती है . कैसे हमारे सेल्स की टीम मेहनत करती है तब कही जाकर टारगेट के नज़दीक पहुँच पाते है .
नए नए अजीबोगरीब ग्राहक से रोज़ पाला पड़ता है . आजकल दहेज़ के लिए कारे बिक रही है जैसे कभी मोटर साइकिल और उनसे पहले साइकिल बिका करती थी . लड़की का बाप जो निरही गाय नज़र आता है उस समय और लडके का बाप कसाई . आते है कम कीमत की कार खरीदने और शोरूम पर पसंद करते है उससे महंगी कार .वह समय लड़की के बाप के लिए बहुत भारी होता है . मुझ से मदद की उम्मीद लिए मेरे चेंबर में जब आता है तो मुझे समझोता कराना पड़ता है . जब जब मैंने यह कहा की लड़की वालो की सामर्थ्य इतनी ही है क्यों ना आप और पैसा डाल कर इससे बढ़िया कार खरीद ले . तब तब लड़के वाले उसी कार पर आ जाते है जो लड़की वाले दे ना चाहते थे .
मुफ्ते माल दिले बेरहम का उदहारण रोज़ देखने को मिल रहा है .........................
आप जैसा भावुक व्यक्ति ही लड़की के बाप की मनोदशा समझ सकता है और समझोता करवा देता है ,वरना तो शो रूम वाले भी अपनी कमाई के चक्कर में महंगी वाली कार बेचने पर ही जोर देते है |
जवाब देंहटाएंमुफ्ते माल दिले बेरहम...यही तो जमाना है मगर आप जैसे विरले ही होंगे जो सस्ती कार बेच कर अपना ही लाभ कर लें..इसके लिए बहुत बड़ा संवेदनशील हृदय चाहिये दूसरों के दर्द को समझने का.
जवाब देंहटाएंइस कुप्रथा के विरुद्ध आवाज़ उठाते रहनी चाहिए।
जवाब देंहटाएंदहेज़ ही पने आप में एक बडा अभिशाप है। वैसे अपना मौका पडने पर इन देने वालों में भी बहुतों की मानसिकता सेम ही होगी। आपके ग्राहकों को आपके ब्लॉग के बारे में पता है क्या?
जवाब देंहटाएंभाईजी, देखते चलिये। कुछ सालों में समय का पहिया घूमेगा और लड़के वाले चिरौरी करते दिखेंगे और लड़की वाले आपसे महंगे मॉडल के बारे में पूछेंगे।
जवाब देंहटाएंलेते समय सब मुंह फाड़ देते हैं. किसी को कोई खयाल नहीं रहता...
जवाब देंहटाएंकाश यह संजय@मोसमकौन का जमाना जल्दी आये!
जवाब देंहटाएंसही बात है, जब मुफ्त का हो तो किफायत भी नहीं करते हैं।
जवाब देंहटाएंवह वह क्या बात है जी बहुत सही लिखा है आपने !मेरे ब्लॉग पर आए ! आपका दिन शुब हो !
जवाब देंहटाएंDownload Latest Music + Lyrics
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बाह!
जवाब देंहटाएंबहुत सही!
जय हो..
जवाब देंहटाएंहम तो बे’कार भये... है कोई दहेजदाता जो पुत्री को रख ले और कार दे दे :)
जवाब देंहटाएंसही है। माले मुफ्त ना मिले तो मंत्री-संत्री एक दिन में लाईन में आ जाएं।
जवाब देंहटाएंSahi baat hai Dhiru ji ...
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