मेहनत जब रंग लाती है तब अपने पर एक अज़ीब सा गर्व महसूस होता है . जबकि मै तो निमित्त मात्र हूं और दुनिया के इस रंग मंच पर अपनी भूमिका निभा रहा हूँ . उपाधिया बदल सी रही है पहले मै धीरू भैय्या कहलाता था अब धीरू सर कहलाया जा रहा हूँ कुछ लोगो द्वारा .
कुछ इस तरह मेरा ऊपर भी मुलम्मा चढ़ रहा है . आजकल यहाँ ही कार्यरत हूँ . यह सब ईश्वर की कृपा ,माँ पिता के आशीर्वाद , और मित्रो की सद्भावना के बिना हासिल नहीं होता .
६ मार्च को पूजा अर्चना के साथ हम इसका शुभारम्भ कर रहे है . आप सादर आमंत्रित है
स्थान ;- कोरल मोटर्स
बरेली रोड
बदायूं
बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ..
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ, धीरु सर
जवाब देंहटाएंधीरू भाई, हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएँ! हमारी मिठाई बरेली-बदायूँ-दातागंज की अगली यात्रा तक उधार रही!
जवाब देंहटाएंधीरू भाई, बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंहमारी मिठाई उधार रही !
हम अल्टो में आयेंगे और स्विफ्ट में जायेंगे.. आप तैयार रखना..
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनाये धीरू सर :)
बहुत बहुत शुभकामनाये धीरू सर :)
जवाब देंहटाएंGOOD
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई, आपकी दिनों दिन उन्नति हो।
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं :) ईश्वर आपके वैभव में चार-चांद लगाए और आप के माता-पिता का आशीर्वाद सदा बना रहे॥
जवाब देंहटाएंबधाई।
जवाब देंहटाएंधीरू सर नहीं कहा जायेगा जी, धीरू भाई थे पहले भी हमारे, अब भी वही रहेंगे आप।
क्या प्रोजैक्ट है, शायद मारुति डीलर बन रहे हैं आप,ऐसा क्या?
बधाई फ़िर से:)
बहुत बहुत बधाई हो... अगर पहले पता होता तो आप से ही गाड़ी लेते... कुछ तो बचत होती... बरेली में भी एक है... कोरल मोटर्स...
जवाब देंहटाएंधीरु सर ... बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ ....
जवाब देंहटाएंबनी रहे बरक्कत.
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