थोड़ी देर बाद पाताल लोक का राजा जो अब व्यापारी बन गया है अपने देश के मुंबई नगर में पधार रहा है . कल ही तो राम जी रावण को मार कर अयोध्या लौटे थे वह उत्सव पूरा नहीं हुआ कि अहिरावण आ पहुंचें . सभी समाचार चैनल पलक पावडे विछाये खैरमकदम कर रहे है . रिपोर्ट चल रही है कितने हवाईजहाज ,कारे ,हैलीकाप्टर और कुत्ते साथ आ रहे है .
कुत्ते वह भी उन के साथ वह भी चालीस कमाल है . आज उन कुत्तो के बारे में चर्चा की जाए जो बेहतर रहेगा . कुत्ते मूलतः वफादार माने जाते है जब तक वह राजनीति में ना उतरे . और इसमे शक है राजनितिज्ञो की संगत में रहने वाले कुत्ते क्यों नहीं राजनीति में उतरेंगे . इसी सुपर काम्प्लेक्स के साथ अमरीकी कुत्ते आज मुंबई में जहा तहा गर्व से सर उठाये घूम रहे है और मुंबई के कुत्ते आदर्श को देखते हुए आज खामोश है . और दिल्ली के इस बात को लेकर खुश है कि एक दिन बाद उन से मुलाक़ात होगी .
यहाँ के कुत्ते और वहां के कुत्ते बहुत से समस्याओं पर चर्चा करेंगे कुछ संधि करेंगे जो आगे की नस्लों के काम आयेगी . भारतीय कुत्ते इस बात को लेकर चिंतित है उनके अपने देश में उनकी कोई कदर नहीं है विदेशियों को ज्यादा मान दिया जाता है .अमेरिकी कुत्तो में यह बात नहीं है वह अपने देश में अपने ही कुत्तो को श्रेष्ट मानते है . अपने यहाँ के कुत्ते आज भी झूटन पर गुजर करते है लेकिन वहां के फ्रेश फ़ूड काही इस्तेमाल करते है . इसी तरह के विषयो पर एक समांतर सेमीनार मुंबई के ताज और दिल्ली के मौर्या में होगी .
सम्मलेन की ताज़ा जानकारी आपको किसी तेज़ या धीमे चैनल पर कोई दीपक या बरखा देते हुए नज़र आ जायेंगे . अब मैं इस कुत्ता पुराण से विदा लेता हूँ .
हमारे देश के राजनीतिबाज और अफसर इससे भी सबक नहीं लेंगे. एक सबक जो लिया जा सकता है वह यह कि अमेरिकी अपने नागरिकों की सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिये कुछ भी कर सकते हैं और हम?
जवाब देंहटाएंहास्य में भी बहुत खास बात कह गए हैं ...
जवाब देंहटाएंज़ोरदार व्यंग्य ! बधाइयाँ !
जवाब देंहटाएंहम तो मनोरंजन के रूप में देख रहे हैं, लाभ-हानि तो नेता निर्धारित करेंगे।
जवाब देंहटाएंमुझे एक ऎतराज हे, इन कुत्ते नाम से, अजी कुत्ते तो वफ़ा दार होते हे, इस लिये इन का नाम बदनाम ना करे, कुत्ते की जगह सुअर लिख दे :) सही रहेगा, बाकी आप की बात से सहमत हे, बहुत सुंदर बात कही आप ने , धन्यवाद
जवाब देंहटाएंनिर्मल हास्य तो नहीं तीखा व्यंग्य जरूर है |
जवाब देंहटाएंवर्तमान सन्दर्भ के लिए काफी है आपकी यह पोस्ट , पर कुत्ते शब्द का प्रयोग न करते तो ज्यादा प्रभावी होता , खेर शुक्रिया इस पोस्ट के लिए
जवाब देंहटाएंकुत्ते शब्द इस लिये है आज सुबह टी वी चैनल जोर शोर से बता रहे थे ४० स्नफ़र कुत्ते भी साथ मे आये है ओबामा के काफ़िले में
जवाब देंहटाएंधीरू भाई(हमारे वाले),
जवाब देंहटाएंनोट में को लिखा है, सबसे मस्त लिखा है।
bilkul sahi kaha magar andaj alag
जवाब देंहटाएंसमाचार के नामं पर दूरदर्शन के अतिरिक्त एकाध ही निजी चैनल रह गए हैं। बाकी को भालू-बंदर,ज्योतिष और पूजा-पाठ दिखाने से वक्त नहीं मिलता।
जवाब देंहटाएंहा हा हा बहुत धार दार व्यंग्य है धीरु भाई
जवाब देंहटाएंकमाल कर दिया--अभीए हम एक जगा लिख के आए हैं,
काटे चाटे स्वान के.........।
बहुत अच्छा ब्यंग है अब किसको नंगा करेगे अमेरिकी -------क्या सुरक्षा जाच में भारतीय अपमानित होते रहेगे.
जवाब देंहटाएंलगता है इस बार कुछ नए किस्म के कुत्ते भी पैदा होंगे ... दो देशों के कुत्ता मिलन के बाद .... .
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