गुरुवार, जून 24, 2010

जहां जिसकी सरकार वह वहां हावी - दिल्ली मे हाथ और नोयडा मे हाथी


मायावती हाथी लगवाये तो गलत
कांग्रेस हाथ लगवाये तो सही 











इंदिरा गांधी एयर पोर्ट टर्मिनल ३ पर लगे हाथ और नोयडा में लगे हाथी इस बात को दर्शा रहे है कि हाथी की नक़ल हाथ कर ही रहा है . दोनो ही चुनाव चिन्ह है . क्या चुनाव आयोग इस की सुध लेगा या उठी सूंड  हाथी और टेढी उगली हाथ की कह मूहँ  मोड लेगा

चित्र गूगल ,नभाटा से सभार 


9 टिप्‍पणियां:

  1. हाथ से हाथी तक - गोलमाल है भाई सब गोलमाल है.

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  2. हम क्या जाने राजनीति की घातें और प्रतिघातें ।

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  3. कांग्रेस का यह कृत्य गलत है और यदि ये सही है तो मायावती को ये लोग गलत क्यों ठहराते है |
    आपने बहुत सही मुद्दा उठाया है |

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  4. कांग्रेस का यह कृत्य गलत है और यदि ये सही है तो मायावती को ये लोग गलत क्यों ठहराते है |
    आपने बहुत सही मुद्दा उठाया है |

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  5. दोनो ही गलत है जी, लेकिन भारत मै जनता सो रही है वरना इन से पुछे कि क्या यह तुम्हारे बाप के पेसे है जो ऎसी बेहुदा जगह पर खर्च कर रहे हो.... उन गरीबो को देखो जिन का खुन पी पी कर तुम जानवरो की तरह पल रहे हो, कुछ शर्म ह्या आती हो तो डुब मरो, जिस जनता ने तुम्हे वोट दिया, उसे ही छल रहे हो

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  6. किसी का कोई कसूर नहीं है, आप व्यर्थ ही इन्हें निशाना बना रहे हैं।
    हरियाणा के एक पूर्व मुख्यमंत्री का यह कथन बहुत मौजूं है कि "चलती में जो न चलाये, वो *** और जो न चलती में भी चलाने की कोशिश करे, वो महा ***"
    भाई जी, इनकी चल रही है, ये चला रहे हैं।

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा