गुरुवार, जून 10, 2010

भोपाल त्रासदी के फ़ैसले पर सबसे सटीक प्रतिक्रिया


भोपाल त्रासदी पर इससे सटीक  प्रतिक्रिया   शायद ही कोई हो . धन्यवाद अमूल

21 टिप्‍पणियां:

  1. बिलकुल सटीक और एकदम सही ,धन्यवाद के लायक और बेहद सराहनीय |

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  2. अमूल के विज्ञापन हमेशा सटीक और तीखे होते हैं… लेकिन उसका मक्खन बेहतरीन होता है… :)

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  3. बहुत बढ़िया और सटीक टिप्पणी है। और धीरु सर जी आप भी बड़े विनोदी स्वभाव के लगते हैं।

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  4. शब्दों का इस से अच्छा चयन नहीं हो सकता था . साधुवाद अमूल

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  5. 'हाँ- लात' बड़ी सख्त पड़ी फ़ैसला सुनकर,
    बेदर्दी-ए- 'हालात' का क्या तज़करा कीजे,
    अब 'हाल', 'बहरहाल' तो 'बदहाल' है अपने,
    इन्साफ की इस 'चाल' पे क्या तबसरा कीजे.

    -- mansoorali hashmi
    http://aatm-manthan.com

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  6. घटना के वाद शोर मचाना हमारी आदत बन चुकी है।
    हमने जब इस हमले से सबक लेकर परमाणु सुरक्षा विल जो कि भारतीयों के जानमाल को खतरे में डालने वाला है पर लोगों ने इतना ठण्डा रिसपोंस दिया कि लगता है ये कोई विषय ही नहीं है।

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  7. ये तीखी प्रतिक्रया भी गैस त्रासदी के भुक्त भोगी को राहत नहीं दिला सकती.

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  8. जेम्स एंडरसन को सुरक्षित और सरकारी जहाज से निकालने का मुद्दा उठ रहा है, लेकिन होना फ़िर कुछ नहीं है।
    वाकई ये टिप्पणी बहुत सटीक है।

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  9. आज तो वह चित्र दिख नहीं रहा। पर अगर ब्लैंक भी एक प्रतिक्रिया है तो बहुत सटीक है!

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  10. हाँ जी ने एकदम सटीक.. और ये पृष्ठभूमि में लन्दन का वेस्टमिन्स्टर एबे भी बहुत खूबसूरत लगा..

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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा