आज़ादी आज़ादी आज़ादी सिर्फ़ आज़ादी के लिए लाखो लोगो ने अपना सर्वस्य न्योछावर किया तब जाकर मिली यह आज़ादी । इन ६२ सालो में आज़ादी की हवा में साँस लेने के अलावा कुछ भी हासिल नही हुआ । आज़ादी का जश्न बचपन में स्कूल में मिठाई औए बड़े होने पर एक छुट्टी ही मायने रही ।
१८५७ की क्रान्ति के बाद नब्बे साल तक रोज़ एक क्रांति हुई तब जाकर हम आजाद हुए । लेकिन वह जज्बा हम आगे बरकरार नही रख पाये पता नही क्यों ? १५ अगस्त ४७ के बाद दिन ब दिन हम स्वार्थी होते चले गए और इतने आजाद हो गए अपने और अपनों के अलावा हमें कुछ सूझा नही । अपनी तरक्की के आगे देश तो सिर्फ़ मिटटी ही रह गया ।
१५ अगस्त सिर्फ़ प्रधानमन्त्री का लाल किला से भाषण , आजादी के पुराने गाने ,छुट्टी और कुछ सालो से बड़ी दुकानों पर सेल ही पहचान बन कर रह गया है । स्वतंत्रता दिवस के क्या मायने रह गए है समझ नही आता । अगर आपको पता है तो जरुर बताये ।
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओ सहित ।
कृष्ण जन्माष्टमी स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामना और ढेरो बधाई .
जवाब देंहटाएंआपको भी स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंकृष्ण जन्माष्ट्मी व स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंजय हिन्द!!
भारत मॉ की जय हो!!
आई लव ईण्डियॉ
आभार
मुम्बई-टाईगर
द फोटू गैलेरी
महाप्रेम
माई ब्लोग
SELECTION & COLLECTION
आपको भी स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस मुबरक हो जी।
जवाब देंहटाएंआपका kahna सच है .. aazaadi के bad से ही ............. आज के नेता वो आदर्श ही नहीं रख रखे सबके सामने...... आज aazaadi के maayne एक छुट्टी से पढ़ कर कुछ भी नहीं .............
जवाब देंहटाएंआज़ादी का मतलब है नेताओं के लिए सुरक्षाकवच:)
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