व्यौहार राजेन्द्र सिंह को जानते है आप ?
इन्ही के अथक प्रयासों से हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला। और इन्ही के जन्मदिवस के दिन हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी दिवस पर एक फैशन चल गया है हिंदी को कमतर मान कर उसकी खिल्ली उड़ाई जाए। जबकि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी अपने सशक्त दौर में पहुँच गई है। हिंदी को सम्मान देने की जरूरत है हिंदी पर अभिमान करने की जरूरत है। आज हिंदी के लेखक उदय प्रकाश Uday Prakash जी के लिखे साहित्य का दुनिया भर की भाषाओं में अनुवाद हुआ है।
हिंदी ऐतिहासिक साहित्यिक रूप से आत्मनिर्भर है।
हिंदी की महत्ता को उसकी शक्ति को देख आज माइक्रोसॉफ्ट गूगल फेसबुक जैसे संस्थान हिंदी को स्वीकार कर रहे है। उस पर शोध कर रहे है। हिंदी जीवकोपार्जन का भी सशक्त माध्यम है। एक भ्रांति है हिंदी से रोजगार नही मिलता लेकिन आज हिंदी देवनागरी विश्व के कई विश्वविद्यालयों में एक विषय के रूप में स्थापित है।
हिंदी को कमतर न समझिये हिंदी विश्व मे सबसे ज्यादा बोली और समझने वाली भाषाओं में एक है।
हिंदी दिवस पर हिंदी के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलिये। भविष्य हिंदी का ही है अभी से स्वीकार करें।
हिंदी का सम्मान कीजिये हिंदी पर अभिमान कीजिये क्योकि हिंदी है हम वतन है हिन्दोस्तान हमारा
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आप बताये क्या मैने ठीक लिखा