उन्हें शिकवा है हम उन्हें न समझ सके
अगर यह हम कहते तो बेहतर होता
बहुत कुछ न कह सके हम उनके लिए
शायद कुछ कहते तो अच्छा होता
जो दिल में है कमबख्त वही दिखता है
अच्छा होता हमारे चेहरे पर चेहरा होता
हम भी उनमे शुमार हो जाते धीरू
जिन्हें शराफत का तमगा मिलता
नये अवतार में धीरू जी.. बढ़िया है...
जवाब देंहटाएंमैं क्या वैरी गुड जी, नई फ़ील्ड में आगाज़ मुबारक हो।
जवाब देंहटाएंक्या बात हैं अब शायरी में भी ,मुबारक हो
जवाब देंहटाएंभली कही जी!
जवाब देंहटाएंवाह, आपसे कविता पहली बार सुन रहे हैं...
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