tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post5247565841720978638..comments2023-07-28T18:44:10.707+05:30Comments on Darvaar दरबार: आपबीती - काश हम वी आई पी न होते तो आज मेरी माँ मेरे साथ होतीdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-65163521730969715122009-09-22T13:58:39.592+05:302009-09-22T13:58:39.592+05:30AAPKA DUKH MAIN SAMAJH SAKTA HUN .... PAR AAPNE SA...AAPKA DUKH MAIN SAMAJH SAKTA HUN .... PAR AAPNE SATY LIKH HAI KABHI KABHI VIP HONA DUKH BHI DE JAATA ......दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-75760208261034837362009-09-19T18:45:53.725+05:302009-09-19T18:45:53.725+05:30दिनेश जी की बात सोलह आने सच है "जमीन से जुड़े...दिनेश जी की बात सोलह आने सच है "जमीन से जुड़े रहने का सुख बहुत बड़ा होता है। सारे दुःख जमीन झेल लेती है।"Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-21797302376731085742009-09-19T18:04:33.519+05:302009-09-19T18:04:33.519+05:30सही लिखा है भाई आपने वीआईपीपने में खूब चकल्लस है ब...सही लिखा है भाई आपने वीआईपीपने में खूब चकल्लस है बस आत्मीयता की ही कमी रहती है. बाद में बस काम वही आते हैं जो वीआइपी होने से पहले साथ थे.Kajal Kumarhttps://www.blogger.com/profile/00998541605207954925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-41183446597608455352009-09-19T15:17:18.418+05:302009-09-19T15:17:18.418+05:30कभी कभी अपने आसपास बुने वातावरण को तोड़ फैंकने को म...कभी कभी अपने आसपास बुने वातावरण को तोड़ फैंकने को मन जरूर करता है जी। यह तो आपका बड़प्पन है कि उसे सार्वजनिक अभिव्यक्ति देते हैं उसे।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-89933910150015376712009-09-19T10:59:16.639+05:302009-09-19T10:59:16.639+05:30जहां एक और दुःख की बात आपने बताई वही यह जानकार अच...जहां एक और दुःख की बात आपने बताई वही यह जानकार अच्चा लगा कि आप में आत्ममंथन की क्षमता है, जो बहुत ही अच्छी बात है नहीं तो आज के वी आई पी तो ऐसे समझते है कि खुदा के बाद बस वही है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-36421495741837590752009-09-19T10:02:40.533+05:302009-09-19T10:02:40.533+05:30जमीन से जुड़े रहने का सुख बहुत बड़ा होता है। सारे ...जमीन से जुड़े रहने का सुख बहुत बड़ा होता है। सारे दुःख जमीन झेल लेती है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-48887780503344392042009-09-19T02:09:34.797+05:302009-09-19T02:09:34.797+05:30आप की मां जी के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ. ईश्व...आप की मां जी के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ. ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे.लगता है आप मै अच्छॆ संस्कार है, आप क लेख पढ कर आप के बारे मन मै ओर भी इज्जत बढ गई.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-9691556789342263002009-09-19T01:30:18.784+05:302009-09-19T01:30:18.784+05:30माताजी के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ. ईश्वर उनकी...माताजी के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ. ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे. ऐसा लगता हिया की आप डॉक्टर दिनेश जोहरी के स्वास्थ्य मंत्रित्व काल की बात कर रहे हैं.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-88327470845524509792009-09-19T01:21:18.657+05:302009-09-19T01:21:18.657+05:30आपकी सहजता हमेशा मुग्ध करती है। बहुत कुछ खोकर बहुत...आपकी सहजता हमेशा मुग्ध करती है। बहुत कुछ खोकर बहुत कुछ सीखना पड़ता है। आप ज़मीन से जुड़े रहे, इस वजह से क्योंकि जिनकी वजह से आप वीआईपी थे, वे भी ज़मीन से जुड़े थे। उनके संस्कारों की बदौलत ही आप आज के यथार्थ को खुलेपन से स्वीकारते हैं वर्ना क्या आप जैसी पृष्ठभूमिवाले लोगों की संतति को भ्रष्ट होते हम देख नहीं रहे हैं?अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-13806298769707214422009-09-18T22:30:07.138+05:302009-09-18T22:30:07.138+05:30"जहाँ जाईये सबसे आगे ........"
अरे ये तो..."जहाँ जाईये सबसे आगे ........"<br />अरे ये तो वी आई पी के लिए नहीं रूपा बनियान वालों के लिए है:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.com