tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post3259209718875355770..comments2023-07-28T18:44:10.707+05:30Comments on Darvaar दरबार: राजनीति और राजनितिज्ञो में हो रहे पतन के लिए सबसे ज्यादा कोई दोषी है तो वह है सभ्य समाज .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-1480767564189996102010-04-15T17:14:11.562+05:302010-04-15T17:14:11.562+05:30सच कहा है अपने ... और हम सबसे ज़्यादा कोई ज़िम्मेव...सच कहा है अपने ... और हम सबसे ज़्यादा कोई ज़िम्मेवार नही है इसके लिए ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-89130725885756453452010-04-13T10:21:23.683+05:302010-04-13T10:21:23.683+05:30बिल्कुल सही.... लेकिन ज्ञान जी की बात भी गौर करने ...बिल्कुल सही.... लेकिन ज्ञान जी की बात भी गौर करने काबिल है..भारतीय नागरिकhttp://incitizen.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-62833294848371218912010-04-13T09:24:27.542+05:302010-04-13T09:24:27.542+05:30सत्य!सत्य!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-20404175721785354182010-04-12T17:16:59.359+05:302010-04-12T17:16:59.359+05:30हम आप के इन विचारों से शत-प्रतिशत सहमत हैं. बहुत स...हम आप के इन विचारों से शत-प्रतिशत सहमत हैं. बहुत से लोगों को यह कहते हुए सुना है कि राजनीति गन्दी जगह है, पर ऐसे बहुत से उदाहरण भी देखे हैं जो लड़ते रहते हैं इस भ्रष्ट तंत्र से. उन्हें नमन.<br />पर आपका लेख अपनी जगह एक कटु सत्य को उदघाटित करता है.<br />यदि गन्दा है तो साफ़ कौन करेगा !!<br />हम ही न !!Rajeev Nandan Dwivedi kahdojihttps://www.blogger.com/profile/13483194695860448024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-9921764277183429672010-04-12T12:40:35.987+05:302010-04-12T12:40:35.987+05:30राजनीति और राजनितिज्ञो में हो रहे पतन के लिए सबसे ...राजनीति और राजनितिज्ञो में हो रहे पतन के लिए सबसे ज्यादा कोई दोषी है तो वह है (अ)सभ्य समाज.<br /><br />प्रजातन्त्र में अगर जनता नकेल अपने हाथ नहीं रख सकती, तो असभ्य ही मानी जायेगी।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-23408500179715527912010-04-12T11:19:50.055+05:302010-04-12T11:19:50.055+05:30अपनी भूलों का वर्तमान स्वरूप है लोकतन्त्र का पतन ।...अपनी भूलों का वर्तमान स्वरूप है लोकतन्त्र का पतन ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com