tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post1307075916823443006..comments2023-07-28T18:44:10.707+05:30Comments on Darvaar दरबार: मैं अयोध्या इन्साफ चाहती हूँdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-63301208152242296792008-12-15T14:07:00.000+05:302008-12-15T14:07:00.000+05:30आप लोगों के विपरीत विचारों को कमेट में पढा ,कृप...आप लोगों के विपरीत विचारों को कमेट में पढा ,कृपया anyonasti-chaupaal.blogspot.com पर आकर धार्मिकता एवं साम्प्रदायिकता कि बारीक़ अन्तर पर विचार करने कि कृपा करें वैसे बतकही पर भी है देखें ....<BR/>anyonasti-batkahi.blogspot.com'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-81356245166728178742008-12-15T13:55:00.000+05:302008-12-15T13:55:00.000+05:30काश लोग-बाग़ इंसाफ करें या नकरें ,बस मेरी अयोध्या...काश लोग-बाग़ इंसाफ करें या नकरें ,बस मेरी अयोध्या को अकेला छोड़ दें ; उन्हें मै यही " दुआ ही दूंगा 'तेरे बच्चे जिए "| अगर पढ़ रहे हों या पढ़ने वाला उन्हें बताये कि केवल सत्ता कि मदान्धता का दंश १९९० में भोगा था ,परन्तु न तब न १९९२ में भी कहीं स्थानियों के बीच कोई झगडा नही हुआ | अयोध्या के नाम पर यहाँ से बाहर हो रहे दंगों से यहाँ से बाहर के लोग तो यही समझते है कि जब उनके यहाँ इतनी मारकाट है ,तो अयोध्या में तो बहुत बुरा हाल होगा ,फैजाबाद तो जलता ही रहता होगा ? दूर नही आसपास के लोगों तक कि यही सोच थी अब कुछ बदली है | इसी वज़ह से यहाँ का जूता -चप्पल का सबसे बड़ा थोक बाज़ार ,अंग्रेजी दवाओं का थोक मार्केट टूट गया ,जूते चप्पल के कच्चे माल का मार्केट टूट गया ] क्या श्रापित अयोध्या कि सलिला सरयू जो प्रयाग -राज के पाप धो कर उन्हें फ़िर से निर्मल करती है ;आज अयोध्या कि हालत देख रोती है , मैंने वह सिसकियाँ सुनी है उस पीडा को महसूस किया है |<BR/> वो कहती है ,...<BR/> हा राम ! तुम मुझ में समा कहाँ खोगये ?<BR/> अहिल्या सी श्रापित तेरी अयोध्या रोती है,<BR/> हर युग के अपने राम-कृष्ण हुआ करते हैं <BR/> इस युग राजनीत के राम कब आओगे ?<BR/> चरण लगा पथरीली से जीवंत कब बनाओगे'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-89175254184645265212008-12-09T13:52:00.000+05:302008-12-09T13:52:00.000+05:30अनुनाद भाई से सहमत हूँ ।अनुनाद भाई से सहमत हूँ ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-60603505690376021762008-12-08T10:07:00.000+05:302008-12-08T10:07:00.000+05:30प्रखर हिन्दू के बयाँ से मैं सहमत नहीं . मुस्लिम हम...प्रखर हिन्दू के बयाँ से मैं सहमत नहीं . मुस्लिम हमारे ही परिवारी है यह कोई अरब से नहीं आये . आप जैसे आग उगलने वाले ही मुस्लिमो को मुख्य धरा से दूर कर रहे हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-1504177667799642242008-12-07T20:52:00.000+05:302008-12-07T20:52:00.000+05:30समय समझने और सम्भलने का है। और मामुओं यानी मार्क्स...समय समझने और सम्भलने का है। और मामुओं यानी मार्क्सवादी और मुसलमानों को देश से ठीक वैसे ही खदेड़ने का<BR/><BR/>अब समय किसी पर दोष मढ़ने का नहीं बल्कि राष्ट्र के असली शत्रु को पहचानने का है। ग़द्दारी और आतंकवाद तो मुसलमान की फ़ितरत है ही। वो कहाँ चुप बैठने वाला है? पर बहुसंख्यक होने के बावजूद यदि तुम उसे चुप न करा पाओ तो यह तुम्हारी कमी है। नृशंसता और पशुता तो मुहम्मद द्वारा सिखाई ही गई है पर तुम यदि ऐसे लोगों को भजन सुनाओ तो वो तुम्हारी मूर्खता है।<BR/><BR/>www.prakharhindu.blogspot.comprakharhindutvahttps://www.blogger.com/profile/06759795008994768937noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-9400475283415312692008-12-07T13:46:00.000+05:302008-12-07T13:46:00.000+05:30जज- नहीं, अयोध्या के भाग्य में लुटना और पिटना नहीं...जज- नहीं, अयोध्या के भाग्य में लुटना और पिटना नहीं लिखा है। इतिहास केवल चार-सौ साल लम्बा नहीं है। यह कई हजार साल लम्बा है। अयोध्या सदा ही आतंक से लड़ी और जीती है। सत्य और धर्म की सदा जीत हुई है। रावण और बाबर का नाश हुआ है। अयोध्या जीतेगी फ़िर!अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-32471245551452997852008-12-07T02:02:00.000+05:302008-12-07T02:02:00.000+05:30अरे किस देश मै इंसाफ़ माग रहै हॊ ?ओर केसा इंसाफ़, जा...अरे किस देश मै इंसाफ़ माग रहै हॊ ?ओर केसा इंसाफ़, जाओ पहले गवाह लाओ, बलात्कारीयो को किस ने देखा,कब हुआ,.....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-43784536693259331462008-12-07T00:14:00.000+05:302008-12-07T00:14:00.000+05:30हम भी इंसाफ़ चाहते हैं।हम भी इंसाफ़ चाहते हैं।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-14691414061923666022008-12-06T23:41:00.000+05:302008-12-06T23:41:00.000+05:30apnii dharohar kii surksha ke liye ham kitne sajag...apnii dharohar kii surksha ke liye ham kitne sajag hain, yahi mudda hai raam mandir kaa!!!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com