tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post1014524163046493682..comments2023-07-28T18:44:10.707+05:30Comments on Darvaar दरबार: बी.बी.सी. को यह क्या हो गया ......dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-20308019015707333572010-09-30T10:22:39.772+05:302010-09-30T10:22:39.772+05:30शायद पत्रकार का मतलब बिना आंख कान का व्यक्ति होता ...शायद पत्रकार का मतलब बिना आंख कान का व्यक्ति होता हैं.....वो वहां आकर भी नहीं पढते कि लोगों को कैसा लग रहा है मेरा लिखा हुआ....क्यों कि इतना ही अकल उनमें होती और वे देख सुन पाते तो शायद हर तर्क का जवाब देते....मैंने भी उस पोस्ट पर कंमैंट लिखा था पर बेचारे मैं इतनी अकल कां कि सब को जवाब दे पायेंमिहिरभोजhttps://www.blogger.com/profile/03752193400673132647noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-2259748483217721392010-09-25T10:30:13.859+05:302010-09-25T10:30:13.859+05:30First paragraph of your article is quire Racist se...First paragraph of your article is quire Racist seems like you think a Barber son can only be barberKripal Singhhttp://bollywood-mp3.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-5795064496561631152010-09-25T00:44:32.285+05:302010-09-25T00:44:32.285+05:30अब चहुँ ओर ऐसे ही हैं ।अब चहुँ ओर ऐसे ही हैं ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-77191853456165512682010-09-24T17:38:30.516+05:302010-09-24T17:38:30.516+05:30क्या कहें ! ऐसे समाचार पत्रों व एजेंसियों का भगवान...क्या कहें ! ऐसे समाचार पत्रों व एजेंसियों का भगवान् भला करेंGyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-23560648513226712892010-09-24T12:20:19.564+05:302010-09-24T12:20:19.564+05:30सार्थक लेखन के लिए शुभकामनाये.सार्थक लेखन के लिए शुभकामनाये.माधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-48481848318384946282010-09-24T08:51:07.124+05:302010-09-24T08:51:07.124+05:30धीरू भाई, सलमा ज़ैदी के बीबीसी-हिन्दी का लम्बे समय ...धीरू भाई, <a href="http://pittpat.blogspot.com/2009/12/blog-post_23.html" rel="nofollow">सलमा ज़ैदी के बीबीसी-हिन्दी</a> का लम्बे समय से यही हाल है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-48243538851898749452010-09-24T08:13:05.448+05:302010-09-24T08:13:05.448+05:30जेब मे तीन पैन और हाथ मे एक डायरी :) इधर तो महीना ...जेब मे तीन पैन और हाथ मे एक डायरी :) इधर तो महीना दिन में भी एक रीफिल खाली नहीं होती :) <br /><br />बीबीसी ब्लॉग से होकर आ रहा हूं। वहां महाभारत छिड़ी है :)Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-21901771140221754132010-09-24T05:59:06.234+05:302010-09-24T05:59:06.234+05:30सार्थक लेखन के लिए शुभकामनाये.......
“20 वर्षों ब...सार्थक लेखन के लिए शुभकामनाये.......<br /><br /><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/09/20.html" rel="nofollow"><b>“20 वर्षों बाद मिला मासूम केवल डॉन से"</b></a><br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/09/4_24.html" rel="nofollow"><b>आपकी पोस्ट ब्लॉग4वार्ता पर</b></a>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-15053745200366071242010-09-23T23:38:08.511+05:302010-09-23T23:38:08.511+05:30अजी जब हमारे नेता इतने महान है तो पत्र कार भी तो उ...अजी जब हमारे नेता इतने महान है तो पत्र कार भी तो उन जेसे महान होने चाहिये. धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-17917182933953908622010-09-23T21:02:24.355+05:302010-09-23T21:02:24.355+05:30खींच लिया बेचारे को । उसने इमोशनल इफेक्ट डाला था भ...खींच लिया बेचारे को । उसने इमोशनल इफेक्ट डाला था भई !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-82840831922302463792010-09-23T19:39:30.505+05:302010-09-23T19:39:30.505+05:30ये आजकी पत्रकारिता का सत्य है .... बी बी सी को कैस...ये आजकी पत्रकारिता का सत्य है .... बी बी सी को कैसी शर्म ..... आज कल सनसनी बिकती है इसलिए मदारी पूछे जाते हैं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-21051713694917697512010-09-23T19:33:04.191+05:302010-09-23T19:33:04.191+05:30अब ऐसे ही पत्रकारों से काम चलाईये :)अब ऐसे ही पत्रकारों से काम चलाईये :)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-45468044989853987502010-09-23T19:03:30.406+05:302010-09-23T19:03:30.406+05:30झा जी को मालूम होगा, लेख में नाटकीयता दिखाने के लि...झा जी को मालूम होगा, लेख में नाटकीयता दिखाने के लिये यह इस्टाइल मात्र लगती है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-80146566340316312172010-09-23T17:57:00.648+05:302010-09-23T17:57:00.648+05:30bhawan bhi unkaa maalik nahi ho sakata...bhawan bhi unkaa maalik nahi ho sakata...Ranjanhttp://aadityaranjan.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-56812494795683209362010-09-23T15:44:05.569+05:302010-09-23T15:44:05.569+05:30मैंने ऐसे ईंटे तो ले जाते नहीं देखीं लेकिन आज भी च...मैंने ऐसे ईंटे तो ले जाते नहीं देखीं लेकिन आज भी चादरों में पैसे इकट्ठे किये जाते देखे हैं... झूठी बातें गढ़ने वाले और "मैं सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्ष बनने के लिये कुछ भी करुंगा" टाइप के लोगों को देखकर हमारे स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी आंसू बहा रहे होंगे...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-90043640625178696912010-09-23T11:10:22.672+05:302010-09-23T11:10:22.672+05:30Vicharniya post hai.Vicharniya post hai.ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-4301800682740192242010-09-23T10:55:23.803+05:302010-09-23T10:55:23.803+05:30धीरू भाई आजकल के पत्रकारों का यही सच है। कम से कम ...धीरू भाई आजकल के पत्रकारों का यही सच है। कम से कम मैं तो अपने शहर में ऐसे ही देख रही हूँ। एक बार जनजातीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम था उसमें 50 हजार लोगों की भागीदारी थी। मुख्यमंत्री जी भी गए थे लेकिन समाचार कौन दे? रात दस बजे मेरे पास फोन आया कि आपका समाचार प्राप्त नहीं हुआ। मैंने कहा कि आज तो सारे ही प्रेस वाले थे तो समाचार तो आ गए होंगे। वे बोले कि अरे हमारे प्रेस वाले तो गाँव में साइकिल रिपेयर वाला है, अत: आप ही भेजिए। ऐसे ही न जाने कितने उदाहरण हैं मेरे पास। जब इन्हें केमरा उठाए और माइक हाथ में लिए देखती हूँ तो इस देश की पत्रकारिता पर तरस आता है। जनता बेचारी भोली है जो इनके समाचारों पर विश्वास कर लेती है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-43576741676895154462010-09-23T10:42:03.183+05:302010-09-23T10:42:03.183+05:30साफ तौर पर ये बात उन्होंने सिर्फ लेख लिखने के लिए ...साफ तौर पर ये बात उन्होंने सिर्फ लेख लिखने के लिए लिखा था कोई सच्ची बात नहीं थी | पर आप विश्वास मानिये यहाँ मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी ऐसी बढे लिखो की कोई कमी नहीं है जो वास्तव में नहीं जानते की दिन दुनिया में क्या हो रहा है वो टीवी पर कभी न्यूज चैनल लगते नहीं और अखबार पढ़ने की वो जरुरत नहीं समझते |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com