tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post7714039560761609272..comments2023-07-28T18:44:10.707+05:30Comments on Darvaar दरबार: मेरी टिप्पणी पर सेंसर - आडवाणी जी आपसे जबाब चाहिएdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-81895491570972233292010-03-29T12:05:29.967+05:302010-03-29T12:05:29.967+05:30बेनामी जी बहुत पहुँच है आपकी आडवानी जी के ब्लाग तक...बेनामी जी बहुत पहुँच है आपकी आडवानी जी के ब्लाग तक जो टिप्पणी मा़डरेशन की प्रतीक्षा तक ब्लाग पर दिख रही थी वह दूसरे दिन गायब हो गयी और आज इतने दिनों बाद फिर दिख रही है। क्या दुश्मनी है आपकी आडवानी के साथ जो उन पर बेनामी का भी शक पुख्ता करने के भी प्रपंच कर रहे हैं। खैर आडवानी आस्तीन में सांप पालेंगे तो उन्हें धीरू सिंहों का चरित्र हनन भी सहना पडेगा।<br />मेरे पास सबूत हैं लेकिन उन्हे किसी बेनामी तक कैसे पहुँचाया जाये ये मुझे नहीं आता, खैर वे सबूत आप चुपके-चुपके भारतीय जनता पार्टी के ही अनेकों नेताओं (खासकर राजस्थान के) के यहाँ से बटोर सकते हैं वे बेचारे कब से लिये घूम रहे हैं लेकिन उनसे तो कोई बेनामी भी लेने को तैयार नहीं हूआ। मैंने भ्रष्टाचार के अलावा अनुशासन और काले धन पर भी कुछ लिखा है महाशय और उन्हें मीडिया को देने की मुझे जरूरत नहीं है मीडिया ही समय-समय पर मुझे देता रहता है। जो उपदेश आप मुझे दे रहे हैं वे कांग्रेस के भ्रष्टाचार के सबूत आप तो संभलाते रहिये, क्यूं घूंघट में छिपे फिरते हैं। मैं तो जब किसी भाजपाई से बात करता हूँ तो उसे उसका ही आईना दिखाता हूँ, कांग्रेसी से बात करता हूँ तो उसको उसका आईना दिखाता हूं। <br />इतना बहुत है या और कुछ चाहिये?<br /><br />@धीरू सिंह जी ! आपकी टिप्पणी के लिये तो माना जा सकता है कि वह दुर्भावनापूर्ण नहीं होगी लेकिन उसके बाद का आपका सारा प्रलाप न केवल दुर्भावनापूर्ण है बल्कि ... खैर छोडिये।<br />मेरे जिले के होने से अधिकार मिल जाता है तो फिर सीधे सजा ही दे दीजिये न। आखिर आपके जिले हैं इसलिये आपको अधिकार तो है ही।प्रीतीश बारहठhttps://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-88782097112702868182010-03-29T09:07:54.094+05:302010-03-29T09:07:54.094+05:30बेनामी जी ,
सामने तो आओ छलिये ............ रही बात...बेनामी जी ,<br />सामने तो आओ छलिये ............ रही बात bc की तो हम वह नही करते . यदि आपको भा ज पा के चाल चरित्र का सबूत चाहिये तो वह है . आप मुझे विभीषण समझ सकते है भा ज पा की लन्का का पतन का निमित हू मै . कभी वहा क कोई बडा नेता मिले तो जान्कारी ले मेरी . जो अजेय थे दशको से मेरे कारण से भूतपूर्व कहलाते है आज .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-78788118468754620262010-03-28T22:52:23.243+05:302010-03-28T22:52:23.243+05:30@ धीरू सिंह जी , आपका ब्लॉग और यहाँ उपलब्ध प्रतिक्...@ धीरू सिंह जी , आपका ब्लॉग और यहाँ उपलब्ध प्रतिक्रियाएं देख कर यह एक कुंठित और 'confused' व्यक्तियों का समुच्चय लगता है. आपकी टिप्पड़ी के साथ ब्लॉग का पता देख बड़ी आशा से आया था पर बड़ी निराशा हुयी. आपका यह कहना की बेनामी के तौर पर लिखना अशोभनीय है, बड़ा बेमानी है. अगर आप इसको अशोभनीय समझते हैं तो 'बेनामी' का 'option' क्यों रखा ? <br /><br />दूसरों को सच सुनाने की सीख देने से पहले अपने गिरेबान में झांकिए. मेनका और वरुण पर बिना सबूत के की गयी आपकी टिप्पड़ी न केवल अमर्यादित है, गैर-कानूनी भी है. अगर आपके पास सबूत हैं और आपमे बूता है तो न्यायालय में केस ठोक दीजिये. यहाँ फ़ालतू में प्रलाप मत करिए.<br /><br />@ प्रीतिश बारहठ जी, आपकी टिप्पड़ी पढ़ने के बाद मैंने ब्लॉग पर चेक किया और पाया की आपकी टिप्पड़ी यथावत है. बड़ी बेशर्मी से झूठ बोल गए आप. <br /><br />रही बात भाजपा के आकंठ भ्रष्ट होने की, लगता है आपके पास काफी पुख्ता सबूत हैं. अगर ऐसा है तो मीडिया को क्यों नहीं दे देते, पार्टी पर और देश पर आपका अहसान होगा. पर आप नहीं दे सकते क्यों की आपकी टिप्पड़ी केवल सस्ते 'sensationalism' के लिए थी. आप जैसे लोग सिर्फ BC कर सकते हैं. <br /><br />वैसे आपको कौंग्रेस में भ्रष्टाचार नज़र नहीं आता जहां पूरी की पूरी मंत्री- परिषद् scamsters की जमात नज़र आती है. और माया तो शायद आपकी role-model होंगी ईमानदारी में ? <br /><br />अगर लिखने और टिप्पड़ी करने का शौक है, तो जरूर करें पर जिम्मेदारी और मर्यादा के साथ.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-51104271886974193102010-03-27T17:17:31.851+05:302010-03-27T17:17:31.851+05:30भाई उनको टिप्पणी नही दिखानी थी तो न दिखाते ... पर ...भाई उनको टिप्पणी नही दिखानी थी तो न दिखाते ... पर कांट छांट करना ठीक नही .. ये तो मीडीया की तरह काम कर रहे हैं आडवाणी जी ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-41710188821919584212010-03-26T18:43:52.926+05:302010-03-26T18:43:52.926+05:30आपकी बात से सहमत हूं. लेकिन संजय बेंगाणी जी की बात...आपकी बात से सहमत हूं. लेकिन संजय बेंगाणी जी की बात बिल्कुल उचित है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-12347076017460326122010-03-26T17:03:36.748+05:302010-03-26T17:03:36.748+05:30अपने को न आडवाणी से अनुराग है न आपसे बैर. नाम सम्भ...अपने को न आडवाणी से अनुराग है न आपसे बैर. नाम सम्भवतः विवाद से बचने के लिए हटाए गए है. आपने भाजपा के लिए कहा उसे हटाया नहीं है. <br /><br />शेष अपशब्द, दुसरे व्यक्ति की निंदा को हटाया जा सकता है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-63555935858502787682010-03-26T16:30:51.552+05:302010-03-26T16:30:51.552+05:30धीरू सिंह जी !
मुझे भी विश्वास है कि द्विवेदीजी वक...धीरू सिंह जी !<br />मुझे भी विश्वास है कि द्विवेदीजी वकील हैं इसलिये गलत बात कह ही नहीं सकते। आप को उनकी सलाह पर आगे बढ़ना चाहिये और अपने अधिकारों के लिये न्यायालय तक जाना चाहिये। हाँ वो कान्ट्रेक्ट साथ में लगाना न भूलना जिस के जरिये आपने आडवाणी के डिब्बे में प्रकाशन हेतु टिप्पणी डाली थी।<br />मैं आपकी हाँ में हाँ मिलाउं तो मेरी वकालत ठीक हो जायेगी न ! वैसे मेरी वकालत का मूल्यांकन तो आपने कर लिया है। शायद आपके प्रकरण से सीख लेकर आडवाणी ने अपने ब्लाग से मेरी टिप्पणी हटादी है मैंने उनकी वकालत में लिखा था..<br /><br />आदरणीय Sir (पिता तुल्य नहीं)<br />भाजपा अपने को अलग और अनुशासित पार्टी कहती है, लेकिन वह आज आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है, कोई अनुशासन नहीं है, पार्टी के पास कोई दृष्टि भी नहीं है। यदि इस पार्टी को कांग्रेस जितने अवसर मिले होते तो इसके भ्रष्टाचार के अनुमान लगाये जा सकते हैं। स्वीस बैंकों में भारतीय काले धन पर भी आप जनता को कन्वेस करने में कामयाब नहीं रहे।<br />भारतीय धन भारत में आना तो चाहिये लेकिन आप समेत सभी राजनेताओं को जनता को यह विश्वास दिलाना चाहिये कि वह धन जनता के ही काम आयेगा, (पुनः भ्रष्टाचार में नहीं जायेगा). आप तो इसकी गारंटी दें।<br /><br />-----<br />यह टिप्पणी वहाँ से हटा दी गई हैप्रीतीश बारहठhttps://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-29446229732382915752010-03-26T16:24:56.415+05:302010-03-26T16:24:56.415+05:30बेनामी जी
बिना पहचान के लिखना व टिप्पणी देना भी क...बेनामी जी <br />बिना पहचान के लिखना व टिप्पणी देना भी क्या अशोभनीय क्र्त्य नही ? पहली बात मेरी टिप्पणी असंसदीय नही अश्लील नही और अमर्यादित नही . रही बात मेनका व वरुण गान्धी के जिक्र का तो मेरा अधिकार है यह क्योकि यह दोनो मेरे जिले के जनप्रतिनिधि है . और इसमे कोई बदनियती नही हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-31263202359486334202010-03-26T16:00:25.743+05:302010-03-26T16:00:25.743+05:30महोदय, काहे को बिना बात बवाल कर रहे हैं. आपने आलोच...महोदय, काहे को बिना बात बवाल कर रहे हैं. आपने आलोचना की और आडवानी जी को कहा की अपने सब नेताओं से शपथ दिलवाएं...और यह सब छाप भी दिया गया. रही बात मेनका और वरुण का नाम हठाने की, तो गलती तो खुद आपकी है. आप किसी पर व्यक्तिगत लांछन कैसे लगा सकते हैं ? वो भी किसी और के ब्लॉग पर ? आप मेनका और वरुण को पत्र लिखें और अगर आपके पास साक्ष्य हो तो न्यायलय में जाएँ, मीडिया में छपवायें, कौन मना करता है आपको ? एक बात ध्यान रखें.. अगर ब्लोगर की कुछ जिम्मेदारी होती है तो टिप्पणी करने वाले की भी मर्यादा होती है. आप शालीनता से, संसदीय भाषा में आलोचना करें जो तथ्य परक हो और जो सिर्फ आलोचना करने के लिए ही न हो तो सभी कुछ प्रकाशित होगा.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-37139707565882060322010-03-26T15:55:08.636+05:302010-03-26T15:55:08.636+05:30भाई प्रीतीश जी
द्विवेदी जी तो वकील है और सही बात औ...भाई प्रीतीश जी<br />द्विवेदी जी तो वकील है और सही बात और सलाह दे रहे है , लेकिन आप जो वकालत कर रहे है उसका मुलयाकंन करे .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-59881050050495576992010-03-26T13:25:45.199+05:302010-03-26T13:25:45.199+05:30लगता है आपको बात समझ आ गई है !
खुद ही बवाल पैदा कर...लगता है आपको बात समझ आ गई है !<br />खुद ही बवाल पैदा करें और खुद भी बवाल पर रोने लगें (आपत्ति भी करें) !! क्या बवाल पर भी कॉपी राइट होता है ?<br /><br /> जो कहा जाता है, उसके लिये दूसरों के ब्लाग के इस्तेमाल का भी अधिकार होता है क्या !! जो-जो कहा जाता है उसके लिये आपका अपना ब्लाग छोटा पड़ रहा है क्या ? यहाँ आप गाँधी परिवार के सभी नाम और जो-जो कहा जाता है वह लिखें। मेनका और वरुण आडवाणी से पूछें कि आप अपने ब्लाग को हमारे खिलाफ किस आधारपर इस्तमाल करने की इजाजत दे रहें हैं, तो आडवाणी क्या जवाब दें ? छापने का मतलब होता है सहमति । द्विवेदी जी अधिवक्ता हैं कॉपी राइट को सही तरह से समझायेंगे और आपके व्यवसायिक हितों की हानि और आड़वाणी द्वारा अनुचित लाभ उठाने पर आपकी तरफ से केस भी लडेंगें।प्रीतीश बारहठhttps://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-65121335545214260622010-03-26T13:09:30.896+05:302010-03-26T13:09:30.896+05:30मैने किसी पर कोई आरोप नही लगाया है . सिर्फ़ नाम पर...मैने किसी पर कोई आरोप नही लगाया है . सिर्फ़ नाम पर बबाल क्यो . कहा जाता है गांधी परीवार क धन भी जमा है और यह दो नाम उसी परिवार से है .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-38872189846822082192010-03-26T13:02:42.061+05:302010-03-26T13:02:42.061+05:30रतन सिंह जी ले ब्लॉग पर टिप्पणी की थी, वह प्रस्तुत...<b>रतन सिंह जी ले ब्लॉग पर टिप्पणी की थी, वह प्रस्तुत कर दे रहा हूं - </b><br /><br />ओह, मेरे मन में टिप्पणी विधा को ले कर विचार उठ रहे हैं। लेकिन यह तो लग रहा है कि अडवानी जी या तो टिप्पणी यथावत देते या न देते।<br />काले धन पर किसी व्यक्ति के नाम से टिप्पणी करना बहुत पुख्ता सबूत की मांग करता है। वह सबूत शायद न धीरू सिंह जी के पास हों न अडवानी जी के पास!<br />हां, सामान्यत हम यह कह सकते हैं कि सभी पार्टियों में नेताओं के पास काला धन विदेशों में होगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-3350709462703809612010-03-26T12:36:19.345+05:302010-03-26T12:36:19.345+05:30ओह! सभी बहुत भावुक हुए जा रहे हैं। टिप्पणी में कॉप...ओह! सभी बहुत भावुक हुए जा रहे हैं। टिप्पणी में कॉपी राइट की बात भी घुसड गयी(मजेदार !)। दर असल किसी व्यक्ति के प्रति पहले से कोई ग्रंथि हो तो वह सही सोचने ही नहीं देती। आपने जो टिप्पणी में लिखा वह तो उस पोस्ट में खुद आडवाणी पहले ही लिख चुके थे, सिवा उन नामों के <br /><br />भड़ास पर मेरी टिप्पणी यह थी.....<br />आप इतने भावुक क्यूँ हो रहे हैं? पिता तुल्यों की शिकायत का ये अंदाज कुछ जमता नहीं हैं। या तो वे पिता तुल्य नहीं हैं या ये भावुकता आपका भ्रम है। आपने जो टिप्पणी छोडी है उससे साफ जाहिर होता है कि वरुण और मेनका के स्विस बैंकों में खाते होने के आपके पास पक्के सुबूत हैं और आड़वानी की मंशा उनको बचाने की है। सबूत तो हैं न आपके पास !!! यदि हैं तो उन्हें अदालत में पेश करिये किसी के ब्लाग पर नहीं। इसे स्वतंत्र अभिव्यक्त नहीं कहते हैं। खुद को दुरुस्त करिये। यह किसी का व्यक्तिगत चरित्र हनन है जनाब! वह भी बिना खतरा मोल लिये। जहाँ तक आपकी टिप्पणी आड़वानी को आइना दिखाती थी उन्होंने उसे छाप दिया है, इस तरह उन्होंने आपके अधिकार की रक्षा की है और खुद को लोकतांत्रिक साबित किया है। आपका शक है कि उन्होंने फासीवादी तरीके से या आपकी टिप्पणी से डरकर मेनका और वरुण का नाम सेंसर कर दिया है तो मुझे उम्मीद है कि वे खुद के ब्लाग को किसी के चरित्र हनन के लिये इस्तेमाल न करने की इजाजत देकर दूसरी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभा रहे हैं। क्या दरियादिली है आपकी कि पूरी टिप्पणी को न छपते तो आपको शिकायत न होती ! इसका अर्थ है आप अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को भी नहीं समझते हैं और लोकतंत्र को भी! आशा है आपको आडवाणी की तरह मुझसे शिकायत नहीं होगी। आडवाणी के ब्लाग पर हमने भी टिप्पणी छोडी है देखते हैं छपती है या हटती है।प्रीतीश बारहठhttps://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-67468985350363253362010-03-26T10:26:51.720+05:302010-03-26T10:26:51.720+05:30"बेनामी ने कहा…
टिप्पणियां हटाई जा रहीं, कां..."बेनामी ने कहा… <br />टिप्पणियां हटाई जा रहीं, कांट छांट हो रही<br />और ये महाशय एक लोकतांत्रिक देश का प्रधान्मंत्री बनना चाह रहे हैं<br />धिक्कार है"<br /><br />बेनामी भी कभी-कभार बहुत ऊँची बात कर जाते है ! आपकी टिपण्णी के जबाब में कहूंगा कि तभी तो जनाव के ख्वाब अधूरे रह गए :)पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-12555960112347213662010-03-26T09:52:26.959+05:302010-03-26T09:52:26.959+05:30आ०द्विवेदी जी का फ़ैसला एक नज़ीर है . १००% सहमत हू...आ०द्विवेदी जी का फ़ैसला एक नज़ीर है . १००% सहमत हूdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-44944010979375401092010-03-26T09:48:04.798+05:302010-03-26T09:48:04.798+05:30एक तुक्बन्दी है - आग से डरते हो तो आग पर चल्ते क्य...एक तुक्बन्दी है - आग से डरते हो तो आग पर चल्ते क्यो हो <br /> सच सह नही सकते तो ब्लोग लिख्ते क्यो होdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-61866481791139800832010-03-26T09:48:01.994+05:302010-03-26T09:48:01.994+05:30टिप्पणियां हटाई जा रहीं, कांट छांट हो रही
और ये मह...टिप्पणियां हटाई जा रहीं, कांट छांट हो रही<br />और ये महाशय एक लोकतांत्रिक देश का प्रधान्मंत्री बनना चाह रहे हैं<br />धिक्कार हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-82018838605588846342010-03-26T09:41:20.100+05:302010-03-26T09:41:20.100+05:30हमने वहां इसके लिए एक निंदा टिप्पणी लिखी थी वो हटा...हमने वहां इसके लिए एक निंदा टिप्पणी लिखी थी वो हटा दी गयी है यानि आडवानी जी सिर्फ अपनी प्रशंसा ही सुनना चाहते है आलोचना नहीं |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-70079472974176944942010-03-26T09:37:27.998+05:302010-03-26T09:37:27.998+05:30टिप्पणी पर कैंची बिलकुल बैमानी है पर नेताओं की तो ...टिप्पणी पर कैंची बिलकुल बैमानी है पर नेताओं की तो यही मानसिकता होती है | इसलिए तो वे नेता कहलाते है |Rambabuhttps://www.blogger.com/profile/14279530115954930864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-61940741537843709232010-03-26T07:45:38.941+05:302010-03-26T07:45:38.941+05:30सही आक्रोश
या तो टिप्पणी छापें या नहीं
कांट-छांट ...सही आक्रोश<br /><br />या तो टिप्पणी छापें या नहीं<br />कांट-छांट क्यों?लोकेश Lokeshhttps://www.blogger.com/profile/12218007406634430572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-36576641217182442512010-03-26T06:37:27.908+05:302010-03-26T06:37:27.908+05:30धीरू जी
टिप्पणी में कांट-छांट के खिलाफ आपकी पोस्ट ...धीरू जी<br />टिप्पणी में कांट-छांट के खिलाफ आपकी पोस्ट का लिंक देकर आडवानी जी के ब्लॉग का निंदा टिप्पणी कर आये है |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-36419856666454518042010-03-26T06:16:33.674+05:302010-03-26T06:16:33.674+05:30दिनेश राय द्विवेदी जी से हम भी सहमत्।
कम से कम आड...दिनेश राय द्विवेदी जी से हम भी सहमत्।<br /><br />कम से कम आडवानी जी के चमचों को तो इस तरह की हरकत (टिप्पणी में कांट-छांट )नहीं करनी चाहिए थी | मुझे नहीं लगता कि आडवानी जी टिप्पणियाँ पढ़ते होंगे |<br /><br />जो व्यक्ति अपने खिलाफ या आलोचात्मक टिप्पणियाँ नहीं बर्दास्त कर सकते उन्हें ब्लॉग लिखना ही नहीं चाहिए | अभी उनके ब्लॉग पर जाकर इस कृत्य की निंदा करता हूँ |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-75371977547626682302010-03-26T02:57:15.401+05:302010-03-26T02:57:15.401+05:30ये पब्लिक है सब जानती है... अजी अन्दर क्या है.. अज...ये पब्लिक है सब जानती है... अजी अन्दर क्या है.. अजी बाहर क्या है. ये सब कुछ..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2308429141619302170.post-21625452565467880782010-03-26T01:51:39.817+05:302010-03-26T01:51:39.817+05:30इसमें नै बात क्या है ये तो उनका पुराना शगल है :)इसमें नै बात क्या है ये तो उनका पुराना शगल है :)वीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.com